साक्षी तिवारी ने कहा- "शहीदों के रगो में जब तक बलिदान जिंदा है, उन्हीं रणबाकूरो के बल हिंदूस्तान जिंदा"

Update: 2024-02-27 10:12 GMT
अलीराजपुर। स्थानीय कृषि उपज मंडी में आयोजित तीन दिवसीय वन मेले के समापन अवसर पर रविवार की रात्रि को बस स्टैंड पर अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और मध्यप्रदेश के कवियों द्वारा अपनी प्रस्तुती दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ वन एवं पर्यावरण मंत्री नागरसिंह चौहान ने मां सरस्वती, अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद और पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पूजन-अर्चना कर किया। इस अवसर पर मंत्री चौहान ने कहा कि वन मेले को जिला स्तर पर लगाने का उददेश्य यह था कि स्थानीय लोगों को वनोपज व वन संपदा की जानकारी के साथ जड़ी बूटियों का लाभ मिल सके अब यह वन मेला अन्य जिलो में भी लगाया जाएगा। इसके बाद वन मंत्री चौहान द्वारा कवियों को स्मृति चिन्ह भेटकर व माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। लंबे समय के बाद हुए कवि सम्मेलन को देखते हुए नगर में काफी उत्साह था ओर कवि सम्मेलन रात दो बजे तक चलता रहा।
इस दौरान उपस्थित कवियों के द्वारा उपस्थित श्रोताओं को देश भक्ति, हास्य और गीत के माध्यम से खुब गुदगुदाया गया। कवि सम्मेलन में कोटा राजस्थान से आए वीर रस के कवि अर्जून अल्हड़ ने शानदार प्रस्तुती दी, जिसमें जंगलो में घुम घुम घास की रोटी खा गए थे ऐसे महाराणा प्रताप लिखता हुँ में......के साथ ही कवियित्री साक्षी तिवारी ने शहीदों के रगो में जब तक बलिदान जिंदा है उन्हीं रणबाकूरो के बल हिंदूस्तान जिंदा है नामक कविता सुनाकर श्रोताओं में देश भक्ति का जोश भर दिया। लहर ऐसी चली की सभी हवाए मंद हो गई देखो देखो मोहब्बत की दुकान बंद हो गई ...कवि सम्मेलन में रचना पाठ करने के लिए बिहार से हास्य कवि शंभु शिखर, अलीगढ़ उत्तर प्रदेश से गीतकार डॉ.विष्णु सक्सेना, हास्य कवि दिनेश देशी घी, कोटा राजस्थान के हास्य कवि अर्जून अल्हड़, श्रंगार रस की कवियित्री डॉ.भुवन मोहीनी इंदौर, वीर रस की कवियित्री साक्षी तिवारी लखनऊ एवं संचालक वीर रस के कवि शशीकांत यादव आए थे। जिन्होंने शानदार प्रस्तुती देकर पुरे कार्यक्रम को बांध कर रख दिया। इस दौरान दर्शकों की और जमकर तालिया भी बटोरी गई।

 
कवि सम्मेलन में अपनी प्रस्तुती दे रहे शंभू शिखर ने इंसानियत का सारा घोल पिला दो इस बार बेहिसाब चाहे होल सोल पीला दो, जो लोग राम जी का विरोध कर रहे है बतलाके उनको फिर फेविकोल पीला दो जैसी रचनाओं से शानदार तालीया बटोरी। वहीं वीर रस के कवि शशीकांत यादव द्वारा सीमा की सुरक्षा के लिए बहाया जिसने रक्त ऐसी जवानों की उतारे हम आरती पर खूब दाद बटोरी। साक्षी तिवारी द्वारा अपने आराध्य का मजाक अब सहन नहीं कर सकते है भाईचारे का कुटील बोझ अब सहन नहीं कर सकते है हम सूर्य पूजने वाले है चंदा से हमे कोई बेर नहीं लेकिन उठे जो सनातन पर उन उंगलियो की अब खेर नहीं ...मालवा के प्रसिद्ध हास्य कवि दिनेश देशी घी द्वारा एक मोदी एक योगी दोनो ने देश को चाहा अंतर क्या दोनो की चाह में बोलो एक कर्म दिवाना एक धर्म दिवाना जैसी रचना सुनाकर दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं इंदौर की कवियित्री डॉ.भुवन मोहिनी के गीत हो गई हो गई रे बावरिया दुनिया हो गई रे, एक मीरा थी प्यार की खातीर पीया जहर का प्याला आज की मीरा पीकर मदीरा करे उल्लाला उल्लाला....सुनाकर श्रोताओं को खुब हसाया।


 


उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से आए डॉ.विष्णु सक्सेना ने तू हवा है तो कर ले हवाले मुझको इसके पहले की कोई और बहाले मुझको..... नामक कविताएं सुनाकर श्रोताओं को खुब हसाया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष मकू परवाल, भाजपा प्रदेश मंत्री जयदीप पटेल, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य किशोर शाह, समाजसेवी चुन्नू शर्मा झाबुआ,जिपं सदस्य भदू भाई पचाया, पूर्व जिपं सदस्य इंदरसिंह चौहान, नगर मंडल अध्यक्ष रिंकेश तवर, पूर्व मंडल अध्यक्ष संतोष थेपडिय़ा, युवा मोर्चा प्रदेश कार्य समिति सदस्य दिलीप चौहान, युवा मोर्चा पूर्व जिलाध्यक्ष कांतिलाल राठौड़, पूर्व नपाध्यक्ष रितेश डावर और पार्षद राजू मोदी आदि मंचासीन थे। प्राारंभ में समस्त कवियों का स्वागत पुष्पमाला पहनाकर व बेंच लगाकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला मीडिया प्रभारी हितेन्द्र शर्मा ने किया एवं आभार भाजपा नगर महामंत्री गिरिराज मोदी ने किया। 
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