Raisen: अजब- गजब अतिथि विद्वानों के भरोसे पर चल रही गांव की माध्यमिक शाला, मनमर्जी से आते है प्रभारी
Raisen रायसेन। जिले के सिलवानी संकुल केन्द्र से महज दस किलोमीटर मुख्य मार्ग से 1/2 दो किलोमीटर पठापोंड़ी गांव की माध्यमिक शाला अजब और गजब अतिथि विद्वानों के भरोसे पर चल रही है। पठापोंड़ी की माध्यमिक शाला जो शाला के प्रभारी अपनी मनमर्जी से आते है। और अपनी ही मर्जी से जाते हैं। जब मीडियाकर्मियों की टीम पठापौड़ी के माध्यमिक शाला पहुंची और आठवीं क्लास की छात्राओं से किताब पढ़वाई तो आठवीं क्लास की छात्राएं किताब नहीं पढ़ सकीं। सबसे बड़ी हैरत की बात तो यह है प्रभारी शिक्षक हिंदी के शिक्षक हैं ।वही छात्राओं ने कहा की मास्सब हिंदी विषय पढ़ाते ही नहीं है। इसलिए हम हिंदी की किताब नहीं लाते ।
इस तरह स्कूली बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। वही पठापौड़ी के माध्यमिक शाला की बात करें तो। जहां देश में स्वच्छता सफाई अभियान जोरशोर से चलाया जा रहा है। वही मिडिल स्कूल पठा पौड़ी में सफाई अभियान को पलीता लगाया जा रहा है ।देश में दीपावली पर्व के अपने अपने घरों की सफाई की गई ।वहीं स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का आलम यह है कि शासकीय माध्यमिक शाला पठापौड़ी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। पठा पौड़ी माध्यमिक शाला की हालत बद से बद्तर हो रही है। उधर देश प्रदेश में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इधर पठा पौड़ी का स्कूल सफाई अभियान की राह देख रहा है। यहां देखने में ऐसा प्रतीत होता है वरिष्ठ अधिकारी कभी निरीक्षण के लिए आते ही नहीं।वह अपने दफ्तर से ही बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझते। जब इस संबंध में एसडीएम पी सी शाक्या से बात की तो उनका कहना है हम स्कूल के लापरवाह अतिथि शिक्षकों की जांच करवाएंगे ।जो भी दोषी होगा उस पर कठोर कार्रवाई की जायेगी।