भोपाल न्यूज़: गांवों में चुनावी जमीन मजबूत करने के मंसूबे से लाया गया युवा शक्ति प्रोजेक्ट लालफीताशाही में उलझकर रह गया. प्रोजेक्ट में 5 साल के लिए हर ग्राम पंचायत में औसतन 11 युवा जोड़े जाने थे, लेकिन ज्यादातर जगह पर काम 10-15% से ज्यादा नहीं हो पाया है. औसतन 50% काम भी पूरे सूबे में नहीं हो सका.
दरअसल, हर पंचायत के स्तर पर 11 युवाओं को जोड़कर औसतन 5.53 लाख युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य था. केंद्रीय परियोजना के तहत इसे दूसरे राज्यों में लागू किया गया. मप्र में ज्यादातर जिलों ने काम नहीं किया है. बीते करीब ढ़ाई साल के अर्से में भी कुछ जिलों में तो एक कदम नहीं बढ़ाया गया.
पांच साल का कार्यकाल, बेहतर काम पर पुरस्कार
युवा शक्ति के युवा सदस्य का कार्यकाल पांच साल का है. इसमें सदस्य को 300 रुपए प्रति बैठक का मानदेय था. साल में चार बैठकें तय थीं. बेहतर काम वाली समिति को 2 लाख का पुरस्कार था. कम मानदेय के कारण भी इस समिति को लेकर गांवों मेंआगे रुचि नहीं दिखाई दी.
जिला पंचायत लक्ष्य सदस्य
भोपाल 222 2442 00
ग्वालियर 266 2926 00
शहडोल 391 4301 06
रीवा 827 9097 20
झाबुआ 375 4125 126
पन्ना 392 4312 2190
दतिया 290 3190 2845
इंदौर 344 3674 3430
जबलपुर 527 5797 3803
सागर 806 8866 5284
उज्जैन 609 6699 6514