हरदा। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर हैं. इस दौरान कई लोगों ने अपनी जिंदगियां नाले को पार करते समय गवां दी है, लेकिन फिर भी लोगों इस उफनते नाले को पार करने के लिए मजबूर हैं. हरदा के रहटगांव तहसील के वनग्रामों से एक वीडियो सामने आया है, जहां बच्चे उफनती नदी को पार कर स्कूल जा रहे हैं. रोजाना करीब 200 से ज्यादा स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर गंजाल नदी को पार करते हैं. (Harda Children crossing raging river)
खतरों के बीच बच्चों का स्कूल जाने का जज्बा: जिले के आदिवासी क्षेत्र राजाबरारी में कई गांव के स्कूली बच्चे रोज खतरों के बीच गंजाल नदी को पार कर स्कूल पहुंचते हैं, इस इलाके के मारपाडोह, महगांव, सालय, साहबनगर, टेमरूबहार, मोगराढाना जैसे करीब 12 गांव के 70 से ज्यादा स्कूली बच्चे बोरी गांव के सरकारी हायर सेकंड्री स्कूल में पढ़ने जाते हैं. बीच में पहाड़ी गंजाल नदी का रपटा पड़ता है, जो बारिश के समय में डूब जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि, "गांव से बाहर जाने के लिए ये एकमात्र रास्ता है."
ग्रामीणों की नदी पर रपटा बनाने की मांग: ग्रामीणों ने बताया कि, "यहां बने रपटे पर ना तो रेलिंग है और ना ही किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था. क्षेत्र के ग्रामीण और बच्चे रोज इसी तरह नदी पार करते हैं. पुल बनाने को लेकर ग्रामीण कई बार मांग कर चुकें हैं, लेकिन अभी तक इस मामले पर किसी ने सुध नहीं ली है." एक तरफ जहां लोगों के लिए अपनी जान को जोखिम में डालना उनकी मजबूरी हो गई है, तो वहीं स्कूली बच्चों का जज्बा हर रोज उन्हें प्रेरित करता है." (Harda Student Risking Life)