पूर्णिमा को होगा पैदल संघ के साथ होगा Sadhviji का विहार

Update: 2024-11-13 16:07 GMT
Meghnagarविश्व पूज्य दादा गुरुदेव एवं पुण्य सम्राट गुरुदेव के दिव्य आशीर्वाद और गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेन सुरीश्वरजी महाराज साहब और आचार्य जयरत्न सुरीश्वरजी महाराज साहब के शुभ आशीर्वाद से पूज्य गुरुमैया साध्वीजी श्री स्नेहलताश्रीजी महाराज साहब की सुशिष्या साध्वीजी श्री तत्वलताश्रीजी आदि ठाणा - 4 का इस वर्ष चातुर्मास ज्ञानतत्व तपोमय चातुर्मास के रूप में मेघनगर में संपन्न हो रहा है, जिसकी पूर्णाहुति दिनांक 15 नवम्बर 2024, शुक्रवार कार्तिक पूर्णिमा को होगी।


 


उक्त जानकारी देते हुए रजत कावड़िया ने बताया कि, दिनांक 18 जुलाई को साध्वीजी का चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश नगर में हुआ था, तभी से नगर में ज्ञान, ध्यान, तप, त्याग का वातावरण निर्मित हो गया। 10 भद्रतप, 35 सिद्धितप, 1 निगोद निवारण तप, 1-16 उपवास, 1 - 11 उपवास, 5 - 9 उपवास, 21 - अट्ठाई, 2 बार में 135 अट्ठम तप आदि तपस्या हुई। इसके साथ ही धार्मिक शिक्षण शिविर, पाठशाला, प्रवचन आदि के माध्यम से ज्ञानतत्व की गंगा प्रवाहित हुई, तो वही त्रिदिवसीय महोत्सव में विविध महापूजा का आ
योजन हुआ।
57 बाल संघपति के साथ ससंघ होगा साध्वीजी का विहार साथ ही कावड़िया ने बताया कि, कार्तिक पूर्णिमा के दिन प्रातः 06 बजे नगर से चातुर्मास परिवर्तन हेतु पूज्य साध्वीजी का विहार पैदल संघ के साथ रंभापुर की ओर होगा।
यह पैदल संघ ज्ञान मंदिर मेघनगर से प्रारंभ होकर नगर के विविध मार्गो से होता हुआ विश्व पूज्य दादा गुरुदेव श्रीमद विजय राजेंद्र सुरीश्वरजी महाराज साहब द्वारा स्थापित और पुण्य सम्राट द्वारा पुनः प्रतिष्ठित श्री कुंथुनाथ जिन मंदिर रंभापुर पंहुचेगा। जहा पर परमात्मा के दर्शन वंदन के बाद विविध आयोजन के साथ सिद्धाचलजी की भावयात्रा संपन्न होगी। इस पैदल यात्रा का लाभ मेघनगर श्रीसंघ के 57 बाल संघपतियों द्वारा लिया गया है।
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