जबलपुर: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि नर्मदा परिक्रमा पथ और नर्मदा कॉरिडोर का तीन चरणों में विकास किया जाएगा, साथ ही वे वादा करते हैं कि मध्यप्रदेश सबसे बेहतरीन सड़कों का राज्य बनेगा।
श्री चौहान ने यहां गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक नेतृत्व में भारत प्रगति के पथ पर गतिमान है। कोविड-19 के संकट काल में श्री मोदी ने न सिर्फ भारतवासियों के जीवन की रक्षा की, बल्कि भारत ने स्वयं वैक्सीन तैयार की और कई देशों को भेजी भी।
मध्यप्रदेश के संदर्भ में उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सभी क्षेत्रों में ऐतिहासिक प्रगति कर रहा है। हमारी विकास दर सतत बढ़ रही है, कृषि में प्रदेश के किसानों ने चमत्कार कर दिया है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि वे वादा करते हैं कि मध्यप्रदेश सबसे बेहतरीन सड़कों का राज्य बनेगा। बिजली के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरप्लस स्टेट बन रहा है। अब कोयले और पानी से ही नहीं, हम सौर ऊर्जा से भी बिजली बनाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ हैं।
श्री चौहान ने कहा कि ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा। हमारा संकल्प है कि हर घर सोलर पैनल लगे और धीरे-धीरे घर की जरूरत की बिजली घर में ही बनने लगे।
नर्मदा किनारे बसे जबलपुर में अपने संंबोधन में श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा परिक्रमा पथ और नर्मदा कॉरिडोर का तीन चरणों में विकास किया जायेगा, जो अद्भुत होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक औद्योगिक क्षेत्र जबलपुर में भी बसाया जाएगा। यहां गारमेंट्स और टेक्सटाइल की यूनिट बनेगी, रहवासी प्लॉट्स भी होंगे, यहां होटल, हॉस्पिटल और मॉल के लिए भी जगह होगी।
उन्होंने कहा कि गाँवों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए 20 से 25 किमी के दायरे में सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास, लैब, लाइब्रेरी तथा प्ले ग्राउंड यहाँ सब होगा। बच्चे बस से स्कूल पढ़ने आएंगे।
श्री चौहान ने कहा कि इंदौर में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में भारत सहित विश्व भर से आए उद्योगपतियों ने 15.42 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की घोषणा की है। यह उद्योग पूरे मध्यप्रदेश सहित महाकौशल क्षेत्र में भी आएंगे। मध्यप्रदेश की विकास दर 19.76 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए मेडिकल कॉलेजों की श्रृंखला सरकार ने प्रारंभ की है, सात मेडिकल कॉलेज खुल चुके हैं, बाकी पर काम चल रहा है।
श्री चौहान ने कहा कि हमारा संकल्प स्मार्ट विलेज है। गाँव में बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति का संकल्प हमने लिया है। हमने मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना बनाई, अब इस योजना का विस्तार किया जा रहा है। अब किसी भी कारण से अगर किसी बच्चे के माता-पिता नहीं है, तो यह सरकार की जिम्मेदारी होगी कि उन बच्चों के आवास और शिक्षा दीक्षा की व्यवस्था करें। हमारा संकल्प है कि गांव में रहने वाली महिलाओं की भी आय 10 हजार रुपए महीना होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर अपने मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ झोंककर काम करें।आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने का हमने ठाना है, इसमें सभी का सहयोग चाहिये।