MP News: तीर्थ नगरी में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, लगाई आस्था की डुबकी

Update: 2025-01-14 04:59 GMT
MP News: आज पूरा देश मकर संक्रांति मना रहा है. आस्था और उत्साह का पर्व मध्य प्रदेश में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. हर जगह लोग अपने-अपने अंदाज में मकर संक्रांति मना रहे हैं. इसी तरह मध्य प्रदेश के दतिया, खंडवा और अनूपपुर में भी कड़ाके की ठंड में भी श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं. दतिया में भी मकर संक्रांति मनाई जा रही है. उन्नाव गांव में बेहद प्राचीन सूर्य मंदिर है. मंदिर के ठीक नीचे पहूज नदी बहती है, यहां सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है. इस कड़ाके की ठंड में भी श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं. मान्यता है कि पहूज नदी में डुबकी लगाने के बाद सूर्यदेव को जल चढ़ाने से मकर संक्रांति का सौ गुना फल मिलता है. उन्नाव के साथ ही सेवढ़ा में सिंध नदी के संकुआ में भगवान ब्रह्माजी के चारों पुत्रों ने तपस्या की थी|
इसलिए इस स्थान को भी बेहद पवित्र माना जाता है. मकर संक्रांति पर डुबकी लगाने के लिए करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के उन्नाव और संकुआ पहुंचने की उम्मीद है. मध्य प्रदेश के खंडवा में स्थित तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर का आध्यात्मिक वातावरण श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. मकर संक्रांति के अवसर पर बड़ी संख्या में शिव भक्त भोले बाबा के दर्शन करने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंच रहे हैं. सुबह से ही श्रद्धालु स्नान करने के लिए मां नर्मदा के तट पर पहुंच रहे हैं. कड़ाके की ठंड के बावजूद भक्ति का यह रंग गहरा होता जा रहा है. मकर संक्रांति के अवसर पर नर्मदा में स्नान और भगवान ओंकारेश्वर को तिल अर्पित करने का विशेष महत्व माना जाता है|
जिसके संबंध में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के पुजारी पंडित मनोज उपाध्याय ने बताया कि मकर संक्रांति के अवसर पर भोलेनाथ को तिल और उससे बनी खाद्य सामग्री का भोग लगाया जाता है. माना जाता है कि तिल की उत्पत्ति भगवान विष्णु के शरीर से हुई है और यही वजह है कि मकर संक्रांति के दिन तिल से बनी चीजों का सेवन करते हैं और तिल के उबटन से स्नान करते हैं. मकर संक्रांति के चलते देशभर से श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंच रहे हैं, जो भोले बाबा के दर्शन कर मंत्रमुग्ध हो रहे हैं और मां नर्मदा के मनोरम तटों को निहार रहे हैं।
अनूपपुर जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक में मकर संक्रांति पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदा में स्नान किया। सुबह से ही मुख्य मार्गों पर भारी भीड़ देखी गई। जगह-जगह पुलिस और यातायात पुलिस मौजूद है। नर्मदा मंदिर के पुजारी पंडित सुनील प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि मकर संक्रांति का पर्व बहुत महत्वपूर्ण है। महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ श्रद्धालु इस पर्व पर नर्मदा में स्नान कर पुण्य के भागी बनते हैं।
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