इंदौर न्यूज़: बीआरटीएस पर एलिवेटेड कॉरिडोर सभी चाहते हैं, लेकिन बीआरटीएस नीचे रहे या ऊपर यह तय नहीं कर पा रहे. वजह लोक निर्माण विभाग ने केंद्र से मिली राशि के आधार पर 320 करोड़ का एलिवेटेड कॉरिडोर डिजाइन किया है.
बीआरटीएस को यदि ऊपर ले जाना है तो स्टेशन की लागत कौन वहन करेगा? इसका जवाब जनप्रतिनिधि-अफसर तलाशने में जुटे हैं. आने वाले सालों में शहर में सेतु बंध स्कीम से 4 चौराहों पर एमपीआरडीसी 300 करोड़ से फ्लाईओवर बनाएगा. आइडीए अपने बजट में 3 नए फ्लाईओवर व कृषि कॉलेज से पिपलियाहाना-बिचोली हप्सी एलिवेटेड कॉरिडोर की घोषणा कर सकता है. सांसद शंकर लालवानी, आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी व अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में शहर के ट्रैफिक को 2042 तक सुगम कैसे बनाए, इस मंथन हुआ. बैठक में शहर में 11 स्थानों पर बनने वाले फ्लाईओवर की समीक्षा भी की गई.
आइडीए के 4 फ्लाईओवर: बैठक में आइडीए ने 4 फ्लाईओवर निर्माण कार्य शुरू होने की जानकारी दी. आगामी बजट में 3 नए फ्लाईओवर और एक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना का प्रेजेंटेशन दिया. लोक निर्माण विभाग ने बीआरटीएस कॉरिडोर के बॉटल नेक में प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर की योजना पर जनप्रतिनिधियों से निर्णय लेने का आग्रह किया.
बैठक में शहर में वाहनों के कारण दबाव बढ़ने से ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए कई तरह के प्रबंध करने पर चर्चा हुई. साथ ही भविष्य में बनने वाले ओवरब्रिज की डिजानिंग और निर्माण इस तरह से हो कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके. सभी के सुझाव लेकर ही निर्माण कार्य समय सीमा में पूरा किया जाए. सांसद शंकर लालवानी ने राऊ सर्कल पर बन रहे ओवरब्रिज के निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जताई. इस पर निर्माण एजेंसी द्वारा 15 दिन के भीतर ही काम में तेजी लाने की बात कही गई. बैठक में बीआरटीएस पर एलिवेटेड रोड बनाने के लिए भी जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिए. बताया गया कि बीआरटीएस पर एलिवेटेड ब्रिज बनाने के दौरान इसका ध्यान रखा जाएगा कि सड़क का मूल स्वरूप न बिगड़े.