नमक रगड़ने से बाज नहीं आ रहे मंत्री, कहा - महंगाई स्वीकार करना ही पड़ेगा, देखें वीडियो
महंगाई से परेशान आम आदमी को सरकारें राहत तो नहीं दे पा रही हैं, लेकिन उल्टे-पुल्टे दलीलों से नेता नमक रगड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा है कि आम आदमी की आमदनी बढ़ गई हो तो महंगाई भी स्वीकार करनी पड़ेगी। इंदौर में रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने मंत्री से महंगाई पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, ''मैं इस पर आपसे प्रैक्टिकल बात करना चाहूंगा। क्या आम आदमी की आमदनी नहीं बढ़ी है? अगर आदमनी बढ़ी और आपको यह स्वीकार है तो थोड़ी-बहुत महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए। हर चीज तो सरकार फ्री में नहीं दे सकती है। सरकार को राजस्व भी इसी से मिलता है। सभी विकास कार्य भी चलते हैं। पब्लिक को समझना चाहिए कि हमारी आमदनी बढ़ रही है तो महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए।''
मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने आगे कहा, ''आप यह नहीं कह सकते, 10 साल पहले मुझे 6 हजार तनख्वाह मिलती थी और आज 50 हजार मिल रही है तो आप कहें कि पेट्रोल डीजल की कीमत वही रहे जो 10 साल पहले थी। यह संभव नहीं है।'' पत्रकारों की ओर से कोरोना महामारी का हवाला दिया गया तो मंत्री ने कहा, ''महंगाई कभी वर्तमान दर से नहीं नापी नहीं जाती, कि यदि कोविड हुआ एक साल में और कामकाज बंद हो गया तो, आपको पिछले 5 साल का निकालना पड़ेगा। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि किस वर्ग की महंगाई नहीं बढ़ गई। क्या जिन कर्मचारियों को 5 हजार मिलती था उन्हें आज 25-30 हजार नहीं मिल रही? क्या व्यापारियों को अधिक मूल्य नहीं मिल रहा? क्या सब्जी पैदा करने वाला का मूल्य नहीं बढ़ा? क्या दूध उत्पादन करने वाला का रेट नहीं बढ़ा। आमदनी तो प्रत्येक वर्ग की बढ़ी। दोषारोपण किसी भी सरकार पर करें, क्या कांग्रेस सरकार में महंगाई नहीं बढ़ी?''