बोर्ड ने एक निर्णय लेते हुए संस्थाओं को 31 मार्च तक गलती सुधारने के निर्देश दिए हैं। नियमित छात्रों की 12 फरवरी से शुरू हुई थी। जो 25 मार्च चलेगी। वहीं प्राइवेट छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होकर 20 मार्च 2022 तक आयोजित होंगी। केन्द्रों एवं संस्था द्वारा आंतरिक मूल्यांकन में ऑनलाइन गलत प्रविष्टि होने के पत्र मंडल को प्राप्त हो रहे हैं।
•आंतरिक मूल्यांकन एवं पर्यावरण अध्ययन में गलती सुधार की सुविधा संबंधित संस्था के लॉगिन में (केवल एक बार) उपलब्ध रहेगी।
•प्रायोगिक परीक्षा के अंकों में गलती सुधार की (केवल एक बार) सुविधा जिले की समन्वय संस्था प्राचार्य के लॉगिन में उपलब्ध रहेगी। त्रुटि सुधार हेतु बाह्य परीक्षक एवं संबंधित संस्था प्राचार्य का प्रमाणीकरण आवश्यक होगा।
•विषय सुधार संबंधी प्रकरणों में यदि विषय सुधार उपरांत आंतरिक मूल्यांकन में अंकों की प्रविष्टि में सही विषय प्रदर्शित नहीं हो रहा है, तो त्रुटिपूर्ण विषय में अंकों की प्रविष्टि की जा सकती है, ऐसी स्थिति में त्रुटिपूर्ण विषय में भरे गए अंकों को सुधार कराए गए विषय के अंक मान्य किए जाएंगे।
•उपरोक्त सुधार की सुविधा 31 मार्च 2022 तक प्रदान की जाएगी।
•कृपया समस्त संस्था प्राचार्य/केन्द्राध्यक्ष नियत तिथि में प्रायोगिक परीक्षाएं संपन्न कराकर, अंकों की ऑनलाइन प्रविष्टि अथवा वांछित संशोधन करना सुनिश्चित करें। उक्त तिथि के पश्चात किसी भी प्रकार के अंकों में संशोधन अथवा अंक प्रविष्टि की सुविधा प्रदान नहीं की।