MP: कृष्ण जन्माष्टमी पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती की गई
Madhya Pradesh उज्जैन : मध्य प्रदेश Madhya Pradesh के उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। इस अवसर पर विशेष भस्म आरती की गई और बाबा महाकाल (भगवान शिव) को कान्हा (श्री कृष्ण) के रूप में सजाया गया। बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना के लिए देर रात तक भक्तों की कतार लगी रही।
केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने भी पूजा-अर्चना की और भस्म आरती में भाग लिया। मंत्री मंदिर के नंदी हॉल में बैठकर भक्ति में लीन दिखे। भस्म आरती (राख चढ़ाना) यहां की एक प्रसिद्ध रस्म है। यह सुबह करीब 3:30 से 5:30 बजे के बीच 'ब्रह्म मुहूर्त' के दौरान की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भस्म आरती में भाग लेने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मंदिर के पुजारी आशीष पुजारी के अनुसार, "परंपरा के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में बाबा महाकाल के पट खोले गए और उसके बाद भगवान महाकाल को दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से बने पंचामृत से स्नान कराया गया।
इसके बाद बाबा महाकाल का भांग और चंदन से श्रृंगार किया गया। आज जन्माष्टमी होने के कारण भगवान को श्री कृष्ण के स्वरूप में सजाया गया और श्रृंगार किया गया।" उन्होंने कहा, "इसके बाद बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई और ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के बीच विशेष महाआरती की गई।" मंत्री जाधव ने एएनआई से कहा, "आज मैंने यहां 12 ज्योतिर्लिगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में पूजा की। मैं भस्म आरती में भी शामिल हुआ और यहां आकर काफी प्रसन्न हुआ। मैंने बाबा महाकाल से प्रार्थना की कि सभी सुखी और धन्य रहें। अच्छी बारिश हो और किसान खुशहाल रहें।" इस दिन का भक्तों को इंतजार रहता है और महाकाल मंदिर परिसर में उत्साह और उल्लास का माहौल रहता है। कई भक्त अपने साथ लड्डू गोपाल भी लाए और बाबा महाकाल के दर्शन भी किए। (एएनआई)