मध्य-प्रदेश: विजयवर्गीय का रोड शो, महाराष्ट्र को लेकर बोले- वो शिवसेना का आपसी झगड़ा, हम दूर खड़े होकर देख रहे
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भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को रोड शो किया। हालांकि इसमें भीड़ कम ही रही और न ज्यादा नेता पहुंचे और न ही ज्यादा कार्यकर्ता। जब काफी देर तक भी भीड़ नहीं बढ़ी तो टॉवर चौराहे पर रोड शो समाप्त किया।
नगर निगम चुनाव की तारीख नजदीक आते ही भाजपा-कांग्रेस पूरी ताकत झोंकने में लगी है। कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला को भाजपा से ज्यादा समय मिला क्योंकि उनका नाम पहले से तय था मगर भाजपा में खींचतान के कारण प्रत्याशी देर से घोषित हुआ और पुष्यमित्र भार्गव को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया। दोनों ही प्रत्याशी जनसंपर्क में जुटे हैं और दोनों ही दलों के नेता उनके लिए जोर लगा रहे हैं। इस कड़ी में मंगलवार को इंदौर के विधानसभा 3 से नगर अध्यक्ष सहित कुछ नेताओं के साथ एक कैलाश विजयवर्गीय ने रोड शो किया। टॉवर चौराहे पर यह रोड शो खत्म हुआ। बताया गया कि इस रोड शो में शामिल होने के लिए पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोगे सुबह 10 बजे पहुंच गए थे लेकिन बाकी के नेता नहीं आए तो वे इसमें शामिल हुए बिना ही लौट गए। इस रोड शो में भीड़ भी नहीं जुटी और कम ही भाजपा नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए।
रोड शो की समाप्ति के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव, चुनाव होता है। हम हर चुनाव को बड़ी गंभीरता से लेते हैं। यह हमें मालूम है कि हम जीतने वाले हैं, लेकिन भाजपा कभी भी अपने प्रयास कम नहीं करती है। किसी भी चुनाव के लिए भाजपा के सभी कार्यकर्ता पूरी ताकत से चुनाव में लग जाते हैं। सीएम व प्रदेश अध्यक्ष सहित एक पोलिंग बूथ का कार्यकर्ता भी अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव में मेहनत करता है। कांग्रेस के चुनावी नारे को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि यह सही है कि बदलाव का वक्त है लेकिन वो इंदौर के बदलाव का वक़्त है। हम सभी देख रहे है कि एक समय इंदौर में टेम्पो चला करते थे लेकिन अब हम मेट्रो तक पहुंच गए हैं तो यह बदलाव ही तो है। पहले जहां गड्ढे हुआ करते थे अब वहां फोर लेन, सिक्स लेन सड़के हैं। इंदौर ने जिस तरह से अपने आपको बदला है वह सब देख रहे हैं। पहले सफाई में नंबर वन बना और अब ट्रैफिक से लेकर रोजगार देने में भी शहर को नंबर वन बनाना होगा।
महाराष्ट्र में सरकार की उठापटक को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि हमारी कोई भूमिका नहीं है। वो शिवसेना का आपसी झगड़ा है, हम सिर्फ दूर से खड़े होकर देख रहे हैं। देवेन्द्र फड़नवीस और एकनाथ शिंदे की मुलाकात को लेकर विजयवर्गीय ने कहा की हमने भी सिर्फ समाचार पत्रों में पढ़ा है, लेकिन मेरी जानकारी में यह नहीं है कि वो एकनाथ जी से मिल रहे हैं। महाराष्ट्र में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि शिवसेना अराजकता और भय पैदा करना चाहती है। वो महराष्ट्र को बंगाल बनाना चाहते हैं। हमारा ध्यान अभी सिर्फ नगर निगम को लेकर है।