जनता से रिश्ता वेबडेस्क : राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के मुद्दे पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज किया है। उन्होने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही कमलनाथ जी ने विधायकों के ईमान पर सवाल उठा दिया था और उन्हें बिकाऊ बता दिया था। इसके बाद विधायकों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और क्रॉस वोटिंग की। इसी के साथ उन्होने कमलनाथ के इस्तीफे की मांग भी कर डाली।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 'कमलनाथ जी पहले आपके विधायकों ने साथ आपका छोड़ा तो सत्ता चली गई, दुबारा छोड़ा तो साख चली गई और अब विधायकों की क्रॉस वोटिंग से तो नाक भी चली गई।' उन्होने कहा कि ये जर्जर होती कांग्रेस के लिए आखिरी कील थी। पूरे देश में दो राज्यों में इतने बड़े स्तर पर क्रॉस वोटिंग हुई है जिनमें मध्यप्रदेश भी एक है। गृहमंत्री ने कहा कि हमने पहले ही कांग्रेस और कमलाथ से अपील की थी कि राष्ट्रपति पद के लिए एकमत होकर मत जनजातिय उम्मीदवार के पक्ष में वोट करें। जबकि उन्होने हमेशा जनजाति वोटों पर राजनीति की है। उन्होने हमारी नहीं मानी तो विधायकों ने उनकी नहीं मानी। हालत ये हो गई है कि पूरे उत्तर भारत में मध्यप्रदेश पहले नंबर पर आ गया जहां इतनी बड़ी तादाद में क्रॉस वोटिंग हुई है। उन्होने कहा कि इतनी हार के बाद अब तो कमलनाथ जी को इस्तीफा दे देना चाहिए।
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