रायसेन। विदिशा रायसेन लोकसभा के लिए 7 मई मंगलवार को होने वाले मतदान के लिए प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मतदान दल व सुरक्षा बल के जवानों के आने-जाने के लिए बस व अन्य वाहनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रांरभ कर दी गई है। जिले में मतदान के लिए 224 बस व 130 एलएम वाहन की जरूरत होने का अनुमान है। चुनावी जरूरत को देखते हुए वाहन जुटाए जा रहे हैं।"
यात्री बसें ट्रक पुलिस लाइन ग्राउंड में खड़ी ....
7 मई को मतदान होने से एक दिन पूर्व मतदान दलों को रवाना किया जाना है। चुनाव सामग्री वितरण के एक रात पहले यानी 5,6 मई की दोपहर यात्री बस व स्कूल बस समेत सभी वाहनों को पुलिस लाइन में खड़ा किया जा रहा है। यात्रियों के लिए सोमवार से लेकर मतदान होने के बाद दल वापसी तक यात्री बस की बजाय विकल्प का सहारा लेकर आवागमन करना होगा। बस अधिग्रहण से होने वाली परेशानियों को लेकर रायसेन यातायात बस ऑपरेटर संघ के जिला अध्यक्ष विजय खत्री ने बताया कि बसों को 5 तारीख की दोपहर से पुलिस लाइन मैदान मेें खड़ा किया जाएगा। इससे यात्रियों को परेशानियों का समाना करना पड़ेगा। गर्मी की छुट्टियों में निजी स्कूल में खड़ी बसों को अधिक संया में अधिग्रहित किया जाना था।जिससे आम यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता। जिले में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए एक मात्र यात्री बस ही एक माध्यम है। बहरहाल जिले की तीनों विधानसभाओं में लोकसभा के लिए मतदान कराने के लिए की जा रही तैयारी अंतिम पड़ाव में है। मतदान केन्द्रों की व्यवस्था दुरूस्त करने व आने जाने के लिए वाहनों का प्रबंध करने की दिशा में मेहनत की जा रही है। वाहनों को अधिग्रहित करने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारी जगदीश सिंह भील ,कर्मचारी बस स्टैंड में घंटों बैठकर वाहन जुटाने में लगे हुए है।
सभी बसों में लगाया जा रहा है जीपीएस उपकरण. ....
सभी बसों के लिए अलग-अलग रूट चार्ट बनाया गया है। बसों ट्रकों को अपने रूट पर ही जाना होगा। उसी रूट से ही वापस आना होगा, जिसकी मॉनिटरिंग के लिए चुनाव आयेाग के निर्देश पर जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है। बताया गया कि सभी बसों की कंट्रोल रूम में मॉनिटरिंग की जाएगी। बसों के रूट के अनुसार समय-समय पर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बस व अन्य वाहन मतदान के पूर्व व बाद तक अधिग्रहित की जाएंगी। जिला परिवाहन अधिकारी जगदीश भील राहुल शाक्या ने बताया कि 224 बसों की आवश्यकता होगी। जिसमें से अब तक 185 बसों में जीपीएस डिवाइस लगाई जा चुकी है। जिले में 130 लाइट मोटर व्हीकल की जरूरत होगी, जिसे अधिग्रहित किया जा रहा है।