बिजली आन्दोलनकारी विजय मिश्रा का पत्र, दोषियों पर FIR या हमें जेल

Update: 2023-10-10 14:13 GMT
रीवा। चुनावी घोषणा हो चुकी है। दूसरी तरफ 07 दिसंबर 2022 से शुरू समाज सेवी एवं अधिवक्ता विजय मिश्रा का बिजली आन्दोलन कमिश्नर कार्यालय रीवा के सामने निरन्तर जारी है। इस बीच विजय मिश्रा द्वारा प्रशासन को लिखे पत्र में स्पष्ट लिख दिया गया है कि दोषी विधुत कर्मचारियों पर एफआईआर करो अन्यथा हम अनशन कारियों को जेल भेजो। विजय मिश्रा का कहना है कि पूरे म०प्र० में भार के आधार पर, मनमाना एवरेज बिल भेजकर, 1 किलोवाट के उपभोक्ताओं का भार मनमाना 2 किलोवाट कर, उपभोक्ताओं को शासन की योजना से मनमाने तरीके से वंचित किया जा रहा है। क्या यह अपराध की श्रेणी में नहीं है। विधुत विभाग किसी को भी मनमाना विधुत चोरी में फंसाकर जेल भेज दे। लेकिन जब विधुत विभाग अपने कर्तव्य के दौरान आपराधिक क्रत्य करे तो एफआईआर न हो। यह कौन सा नियम है।
विदित हो कि एड०विजय मिश्रा सैकड़ों धरना -प्रदर्शन एवं कई पदयात्राएं रीवा से भोपाल (मुख्यमंत्री निवास तक), रीवा से मुंबई आदि कर चुके हैं तथा अब 307 दिनों से अनशनरत हैं। मंगलवार को एड.विजय मिश्रा के समर्थन में समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा, डा.तोषण सिंह, राजेश कुमार चतुर्वेदी, दुर्गेश तिवारी, ओंकार कुशवाहा, प्रकाश श्रीवास्तव, राजकुमार सिंह, एड.कुलदीप सिंह, प्रथम अमिलीय, मालिक अमिलीय, रामधनी कुशवाहा,मो.असगर अंसारी,अनुराग श्रीवास्तव,अमरदीप सोनी,अशोक सोनी, एड.भारतद्वाज पटेल, ब्रज गोपाल मिश्रा, आशा त्रिपाठी, बी.के.पयासी, रवि पांडेय, बी.के.त्रिपाठी, राजेश तिवारी, पूरन लाल लखेरा, रामलखन पांडेय,रामावतार सिंह आदि लोग धरना स्थल में उपस्थित हुए lयह धरना आम जन की आवाज बन चुका है।
Tags:    

Similar News