Lemon is expensive: नींबू के उत्पादन से भाव में बनी हुई है तेजी, सलाद की थाली से हो रहा गायब
Raisen. बीते करीब दो माह से नींबू के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। गर्मियों में नीबू की खपत वैसे ही काफी ज्यादा हो जाती है। ऐसे में नीबू के दाम ज्यादा होने से लोग मन मारने को मजबूर हो रहे हैं। शहर के सब्जी मंडी के सब्जी विक्रेताओं की मानें तो अगले करीब महीनेभर और नीबू के दाम इसी तरह रहने की संभावना है। नौतपों की गर्मी में नींबू के दामों में उछाल है। Lemon is expensive
बताया जा रहा है कि इस बार नीबू का उत्पादन कम हुआ है। इस वजह से नीबू के भाव में तेजी है।सब्जी आढ़तिया मुन्ना राइन राजेश पंथी पहलवान तूफान सिंह यादव कालूराम खत्री ने बताया कि शहर की सब्जी मंडी में थोक के भाव में 120 रुपए किलो है। जबकि फुटकर में छोटे 5 रुपए में एक और 10 रुपए में 2 बिक रहे हैं। शहर की कॉलोनियों व रहवासी इलाकों में फेरी लगाकर सब्जी बेचने वाले हाथ ठेलों पर तो बड़े साइज का नीबू 10 रुपए में एक बिक रहा है। गर्मियों में नीबू की खपत काफी अधिक हो जाती है। फिर भले ही वो खाने में सलाद के तौर पर खाया जाए या धूप से बचने के लिए शिकंजी के तौर पर उसका रस बनाया जाए। फिलहाल की स्थिति में नीबू और गर्मी का तालमेल नहीं बैठ रहा है। Lemon
जिले में प्रतिदिन 5 से 6 क्विंटल की खपत: सब्जी मंडी के व्यापारियों ने बताया कि, इस बार Lemon का उत्पादन पूरे देश में ही कम है। इसका असर नीबू के भाव पर पिछले 3 माह से बना हुआ है। उन्होंने बताया कि रायसेन थोक सब्जी मंडी में आम खरीदारों की डिमांड तकरीबन 3 क्विंटल की बनी हुई है। जबकि गन्ने के रस और अन्य पेय पदार्थ से जुड़े कारोबार में भी करीब 2 से 3 क्विंटल नीबू की रोजाना खपत हो रही है। इस कारोबार से जुड़े कई बड़े दुकानदार तो सीधे भोपाल इंदौर विदिशा मंडी से नीबू खरीदकर मंगा रहे हैं।
गन्ना रस वाले सीधे किसानों से खरीद रहे : कम उत्पादन की वजह से गन्ने के रस के बड़े दुकानदार तो सीधे उन किसानो से ही ख़रीद कर काम चला रहे हैं।