Indore इंदौर : हाल के दिनों में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी ने ठंड के प्रभाव को लगभग समाप्त कर दिया है। जहां नवंबर के अंत में सर्दी का असर तेज़ था, वहीं दिसंबर की शुरुआत अपेक्षाकृत गर्म रही है। इस बदलाव ने लोगों को सर्दी के मौसम में गर्मी का एहसास करने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में दिन और रात दोनों के तापमान में असामान्य रूप से वृद्धि हुई है।
29 नवंबर को दिन का तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस था, लेकिन 4 दिसंबर तक यह बढ़कर 29.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यानी मात्र पांच दिनों में इसमें 5 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, रात के न्यूनतम तापमान में भी बड़ा बदलाव हुआ है। 30 नवंबर को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस था, जो चार दिनों में 6.4 डिग्री की वृद्धि के साथ 18.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस बदलाव ने दिन में गर्मी का अहसास बढ़ा दिया है और रात की ठंड में भी काफी कमी आई है। पिछले एक सप्ताह से यह प्रवृत्ति लगातार बनी हुई है। मंगलवार को सुबह थोड़ी ठंडक महसूस हुई, लेकिन दोपहर होते-होते धूप के कारण गर्मी का असर महसूस होने लगा। दोपहर में तापमान बढ़ने के साथ-साथ हवा की गति लगभग 10 किलोमीटर प्रति घंटे रही।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय है, जिसके कारण पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है। हालांकि, इस प्रभाव से इंदौर में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है, क्योंकि इस क्षेत्र में कोई मजबूत सर्द सिस्टम सक्रिय नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर के तीसरे सप्ताह में इंदौर में ठंड का असर तेज हो सकता है। फिलहाल, मौसमी आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि शुक्रवार तक यही स्थिति बनी रहेगी और तापमान में थोड़ी और वृद्धि हो सकती है। इसके बाद शनिवार से गिरावट का दौर शुरू होगा और रविवार तक न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।
पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस बार ठंड के मौसम का शुरुआती प्रभाव काफी कम रहा है। अब तक इस सीजन में सबसे कम तापमान 20 नवंबर को 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। नवंबर की तीखी ठंड अब लगभग खत्म हो गई है, और दिसंबर की शुरुआत ने गर्म मौसम का एहसास कराया है। लेकिन आने वाले दिनों में, जैसे ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस और अन्य मौसमी कारक कमजोर होंगे, ठंड का प्रभाव तेज हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिक अजय कुमार शुक्ला के अनुसार, दिसंबर के अंत तक इंदौर में ठंड बढ़ने की पूरी संभावना है। रविवार से तापमान में तेज गिरावट का अनुमान है, जो आने वाले हफ्तों में जारी रह सकता है। इस दौरान तापमान गिरकर ऐसे स्तर पर पहुंच सकता है, जो पिछले सालों के कई रिकॉर्ड तोड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल का मौसम असामान्य है और यह जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का संकेत हो सकता है। वर्तमान स्थिति में दिन और रात के तापमान में अचानक वृद्धि ने मौसम को असामान्य बना दिया है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में ठंड के वापस लौटने की संभावना है, जिससे लोगों को सर्दी का असली असर महसूस हो सकेगा।