इंदौर न्यूज़: देश की मिनी आर्थिक राजधानी के रूप में उभर रहा इंदौर अब भी हवाई यात्रा की सीधे वैश्विक कनेक्टिविटी में अभी भी काफी पिछड़ा हुआ है. देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट पर भले ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तख्ती लग गई हो, लेकिन यहां से सिर्फ दुबई के लिए ही अंतरराष्ट्रीय उड़ान है. वह भी सप्ताह में सिर्फ एक दिन. जबकि, यहां से काफी संख्या में लोग अन्य देशों में व्यापार के सिलसिले में आते-जाते हैं. इंदौर से फ्लाइट न होने के कारण वे मुंबई-दिल्ली से फ्लाइट पकड़ते हैं.
ऐसे में एयरपोर्ट के विस्तार के पहले ही अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू होनी चाहिए. यहां तक की प्रवासी भारतीय सम्मेलन में कई देशों से आने वाले प्रवासी इंदौर के लिए सीधी कनेक्टिविटी न होने के कारण यहां आने के लिए असहज महसूस कर रहे हैं. मालूम हो, इंदौर एयरपोर्ट से अभी रोजाना करीब 70 से ज्यादा उड़ानें हैं. हर साल इंदौर एयरपोर्ट से 2 लाख से ज्यादा यात्री दुनिया के विभिन्न देशों में जाते-आते हैं.
डोमेस्टिक उड़ानों में भी जम्मू, अमृतसर, वाराणसी की मांग बढ़ी : इंदौर एयरपोर्ट से डोमेस्टिक उड़ानों में अभी जम्मू, अमृतसर, बागडोगरा (दार्जिलिंग), वाराणसी (उत्तर प्रदेश) की डिमांड बढ़ी है. एविएशन ट्रैवल एजेंसियों के पास यहां की बुकिंग के लिए ज्यादा सर्च हो रहा है. अभी इंदौर से सीधे दिल्ली, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, हैदराबाद, जोधपुर, जयपुर, गोवा, भोपाल, किशनगढ़, बेलगांव, प्रयागराज, चंडीगढ़, कोलकाता, रायपुर, नागपुर सहित अन्य शहरों के लिए उड़ान है.
सिंगापुर-थाईलैंड फ्लाइट शुरू करने की मांग बढ़ रही:
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमपी-सीजी) के अध्यक्ष हेमेंद्रसिंह जादौन के मुताबिक, अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ान में इंदौर काफी पिछड़ा हुआ है. दुबई के अलावा यहां से कोई भी सीधी फ्लाइट नहीं है. सिंगापुर, थाईलैंड फ्लाइट शुरू करने की डिमांड ज्यादा है. अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करनी होगी.
रन-वे लंबा न होने से एयरलाइंस भी नहीं ले रहीं रूचि
जादौन के मुताबिक, अभी दुबई के अलावा अन्य किसी देश जाने-आने वालों को दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद से कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी पड़ती है. थाईलैंड, सिंगापुर, यूरोप, यूएस, चाइना के एयरपोर्ट से भी इंदौर जुड़ सकता है, लेकिन रूचि नहीं ले रहे. इसकी एक बड़ी वजह रन-वे बताया जा रहा है.