देश के बारे में ऐसा: "भारत महान नहीं, भारत बदनाम है"...कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बोल...देखें वीडियो

Update: 2021-05-28 10:10 GMT

फाइल फोटो 

कमलनाथ ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा- 'भारत महान नहीं, भारत बदनाम है। सब देशों ने रोक लगाई है कि भारत के लोग नहीं आ सकते'। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी देश में कोरोना महामारी के हालात को लेकर की।


कोरोना के इंडियन वैरिएंट को लेकर दिए बयान के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता कमलनाथ पर भारतीय जनता पार्टी के कई नेता लगातार उनपर हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में शिवराज सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कमलनाथ पर समर्थकों को हिंसक गतिविधियों के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।
सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि कमलनाथ जैसा व्यक्ति अगर वीडियो पर अपने कार्यकर्ताओं को ये कहते हैं कि मौका अच्छा है आग लगाओ, यही बात आतंकवादी कहते हैं कि हिन्दुस्तान में ये मौका अच्छा है बम फोड़ों, आग लगाओ। ये आतंकवाद की सूची में आता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस आग लगाने की तैयारी में लगी है। कमलनाथ, जवाब देना पड़ेगा। आप मौत का उत्सव मना रहे हो? शिवराज ने कहा कि कैसे भी अराजकता का तांडव हो जाए इस प्रयास में आप और आपकी पार्टी लगी है। मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या वे कमलनाथ के आग लगाने वाले बयान से सहमत हैं? अगर नहीं सहमत हैं तो धृतराष्ट्र की तरह आंखें बंद कर के क्यों बैठी हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना को लेकर बड़ा बयान दिया था जिसके बाद से राज्य की राजनीति गरमा उठी। उन्होंने शुक्रवार (21 मई) को एक वर्चुअल प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि दुनियाभर में देश की पहचान इंडियन कोरोना के नाम से बन गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा था कि 'इसकी शुरुआत चीनी कोरोना से हुई थी। अब यह भारतीय वेरिएंट कोरोना है। आज, भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कोविड-19 के भारतीय संस्करण से डरते हैं। हमारे वैज्ञानिक इसे भारतीय संस्करण कह रहे हैं। सिर्फ भाजपा के सलाहकार ही नहीं मान रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे (सरकार) कोविड से नहीं लड़ रहे हैं बल्कि आलोचना से लड़ रहे हैं, कुछ पत्रकारों को भी हिरासत में लिया गया है। वह छवि बनाने में लगे हुए हैं न कि कोविड प्रबंधन में। कल, मैंने उन लाशों के बारे में जानकारी मांगी थी जो दाहगृहों में लाए गए थे। वो दुनिया से झूठ बोल रहे हैं और मध्यप्रदेश इसका एक उदाहरण है।
कमलनाथ ने कहा कि मैंने खुद गणना की है, अखबारों में 26 जिलों की जानकारी थी और बाकी जिलों से जानकारी जुटाई। मार्च और अप्रैल में दाहगृहों में एक लाख 27 हजार शव पहुंचे थे। मेरे हिसाब से इनमें से 80 फीसदी लोगों की मौत कोविड की वजह से हुई थी।

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