भोपाल न्यूज़: एसपी ऑफिस में तैनात हवलदार और उसके फौजी बेटे को सुबह गन प्वॉइंट पर अपहरण कर तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा. दोनों को सीताराम कॉलोनी स्थित बहू के मायके से रिहा कराया गया. अपहरणकर्ताओं में एक आरक्षक भी है. फरियादी हवलदार शिरोमणि सिंह राजावत ने बताया, बेटा नेवी में है. दो साल पहले उसकी शादी मुरैना की सपना तोमर से हुई थी, लेकिन बहू और उसके परिवार से तालमेल नहीं बैठा. सपना ने घरेलू हिंसा व दहेज प्रताड़ना का केस किया. तलाक के लिए पंचायत होनी थी.
इससे दो घंटे पहले दो गाड़ियों से समधी रविंद्र सिंह तोमर उसका बहनोई नरेंद्र सिंह कुशवाह, बहू सपना और 40 से 50 लोग आए और बंदूक और लाठियों के दम पर उन्हें और प्रदीप को अगवा कर लिया. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
गाड़ी में की मारपीट
पिता-पुत्र को अपहरणकर्ता गाड़ी में पटककर मुरैना ले जाने की फिराक में थे. चलती गाड़ी में दोनों से मारपीट की गई. पुलिस को देख अपहरणकर्ताओं ने रास्ता बदल लिया. शिरोमणि और प्रदीप को कॉलोनी के मकान में बंधक बनाया गया. यहां से दोनों को छुड़ाया गया.