इंदौर न्यूज़: आजाद नगर थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई. अस्पताल में करीब 7 दिन तक मौत से संघर्ष करते हुए आखिरकर उसने प्राण त्याग दिए. 10 दिन बाद उसकी शादी होने वाली थी. परिजन ने विवाह की तैयारी पूरी कर ली थी. इस बीच परिवार पर हुए वज्रपात ने सबकुछ बिखेर दिया. हादसा 30 जनवरी को हुआ था.
पुलिस के मुताबिक अंजली 24 पिता बल्दवानसिंह निवासी सनावदिया, बिहाड़िया फाटा की रात उपचार के दौरान मौत हुई है. एमवायएच पहुंचे परिजन बीएस ठाकुर और संजीव राजपूत ने बताया कि अंजली परिवार के साथ पवनपुरी कॉलोनी में किराए से रह रही थी. उसकी 17 फरवरी को शादी होने वाली थी. परिवार शादी की तैयारियों में जुटा था. 30 जनवरी को अंजली शादी की खरीदारी कर घर जा रही थी. दोपहर करीब 3.30 बजे सहेली के साथ दोपहिया वाहन से मूसाखेड़ी चौराहे पर पहुंची. आरोप है तेज रफ्तार सिटी बस ने सवारी बैठाने के चक्कर में उसकी गाड़ी को टक्कर मार दी. असंतुलित होकर अंजली बस के पहिए की तरफ गिरी और चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गई. निजी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान पता चला कि उसके सिर, पसली, लिवर व शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर चोट आई थी.
परिवार का भरण पोषण करती थी बेटी: बीएस ठाकुर ने बताया कि अंजली पढ़ने में होशियार थी. ग्रेजुएशन के बाद वह शेयर बाजार संबंधित कंपनी में नौकरी करने लगी. उसे प्रतिमाह करीब 50 हजार तनख्वाह मिलती थी. परिवार का भरण पोषण वही करती थी. वह दो भाइयों की इकलौती बहन थी. पिता बीमारी की वजह से हॉस्पिटल में भर्ती थे. शादी नजदीक आते ही परिवार ने कार्ड भी बांट दिए थे. कुछ दिन पूर्व युवती ने भाई की तबीयत बिगड़ने पर उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. अंजली की मौत होने के बाद पिता को हॉस्पिटल से घर लाए है. वहीं पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराया है.