ग्वालियर : पुराने वाहन अधिकृत कंपनियों से ही लगाने होंगे

Update: 2022-12-17 04:44 GMT
ग्वालियर: नई यात्री बसों में कंपनी फिटेड व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और पैनिक बटन आ रहे हैं, लेकिन वे राज्य में अधिकृत कंपनियों से मेल नहीं खा रहे हैं। इस वजह से नई बस का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। ऑपरेटर को पंजीकरण के लिए दोनों डिवाइस इंस्टॉल करने होंगे। इस समस्या को देखते हुए परिवहन आयुक्त ने अधिकृत कंपनियों को वाहन निर्माताओं से अनुबंध कर अधिकृत उपकरण लगवाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा कंपनी की ओर से फिलहाल जो डिवाइसेज आ रहे हैं, उन्हें ही वैलिडेट किया जाएगा। पुराने वाहनों को ही राज्य के अधिकृत डीलरों से उपकरण लेने होंगे। प्रदेश में अब तक 7500 उपकरण लगाए जा चुके हैं।
परिवहन विभाग ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्री बसों, स्कूल बसों और टैक्सियों में पैनिक बटन और वीएलटीडी अनिवार्य कर दिया है. सर्वर भी अपडेट किया गया है। यदि राज्य में दस अधिकृत कंपनियों का वीएलटीडी नहीं है तो फिटनेस नहीं दी जाएगी और नए वाहन का रजिस्ट्रेशन भी नहीं होगा। क्‍योंकि नए वाहन के रजिस्‍ट्रेशन के दौरान दोनों डिवाइस के मॉडल को अपलोड करना होता है। यदि मिलान नहीं होता है तो पंजीकरण नहीं होता है। इस वजह से नए वाहनों के मालिकों पर दोहरी मार पड़ रही है। वाहन का दोबारा रजिस्ट्रेशन कराना होगा। विभाग व्यवस्था बदलने जा रहा है। कंपनी फिटेड वीएलटीडी और पैनिक बटन को मंजूरी दी जाएगी, ताकि रजिस्ट्रेशन हो सके।
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