कांग्रेस विधायक के सरकारी बंगले के बाहर सरकारी इंजीनियर से मारपीट, कांग्रेसी नेता पर लगा आरोप, एसोसिएशन ने दी ये चेतावनी
नगर निगम कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन.
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सरकारी इंजीनियर से मारपीट के बाद नगर निगम इंजीनियर एसोसिएशन ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. इंजीनियर से मारपीट पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा के सरकारी बंगले के बाहर हुई थी. एक कांग्रेसी ने नेता ने उन्हें घूंसा मारा, जिससे उनकी आंख पर चोट आई है. मामले को लेकर एसोसिएशन ने नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा.
इंजीनियर से मारपीट करने के मामले में अब नगर निगम इंजीनियर एसोसिएशन लामबंद हो गया है. एसोसिएशन ने कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी की मांग की है. घटना पर अब सियासत भी तेज हो गई है. बीजेपी ने जहां इस घटना के खिलाफ मोर्चा खोला, तो वहीं कांग्रेस ने पीसी शर्मा का बचाव करते हुए समर्थन किया.
स्वागत द्वारा को लेकर हुआ विवाद
गौरतलब है कि सूरज नगर में निर्माणाधीन स्वागत द्वार को लेकर इंजीनियर प्रदीप बिण्डैया को विधायक पीसी शर्मा ने अपने घर बुलाया था. विधायक ने इंजीनियर से निर्माण कार्य रोकने को लेकर जारी नोटिस पर जानकारी मांगी. प्रदीप ने उनसे कहा कि जो कुछ भी हुआ सब सीनियर अधिकारियों के कहने पर हुआ. इसके बाद प्रदीप जब विधायक के घर से बाहर निकले तो विधायक समर्थक आशीष श्रीवास्तव ने उनके साथ बदसलूकी की थी. उन्हें मुक्का मारा गया. इससे उनकी आंख में चोट लग गई. इस मामले में इंजीनियर की शिकायत पर पुलिस ने आशीष पर शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज कर लिया है.
नगर निगम कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
इस मारपीट को लेकर नगर निगम इंजीनियर एसोसिएशन ने निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी को ज्ञापन सौंपा. एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि इंजीनियर किसी जनप्रतिनिधि के घर पर आयोजित बैठक में सम्मलित नहीं होंगे. साथ ही नगर निगम के इंजीनियर लामबंद हो गए हैं. उन्होंने मारपीट करने वाले कांग्रेसियों की गिरफ्तारी की मांग की है. सभी इंजीनियर सोमवार को काली पट्टी बांधकर काम करेंगे. मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी दी है.
कांग्रेस ने किया बचाव, BJP ने साधा निशाना
कांग्रेस ने पीसी शर्मा का बचाव किया है. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि पीसी शर्मा लोगों के बीच काम करने वाले नेता हैं. वह ऐसा काम कर ही नहीं सकते. बीजेपी सिर्फ राजनीति करती है, काम कम करती है. शर्मा जनता की सुनते हैं. उनके कामों को आगे रहकर करते हैं. काम में वह कभी भेदभाव नहीं करते. उनके बारे में जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह सब गलत हैं. वहीं, इस मामले पर बीजेपी की ओर से विश्वास सारंग ने कहा कि बहुत आपत्तिजनक घटना है. इस प्रकार से दादागिरी करना गलत है. पीसी शर्मा विधायक निधि का दुरुपयोग कर रहे हैं. सरकारी कर्मचारी को मारना शर्मनाक है.