एफएसएसएआइ के नियमों का नहीं हो रहा पालन, वेजीटेरियन हुई परेशान

Update: 2023-05-17 09:27 GMT

भोपाल न्यूज़: राजधानी में 600 से अधिक होटल व रेस्टोरेंट हैं जहां हजारों लोग रोजाना पार्टी, शादी, बर्थडे आयोजन करते हैं, लेकिन जो लोग सिर्फ वेज खाते हैं, उनके लिए इनमें खाना बड़ी दुविधा का विषय होता है. क्योंकि शहर में 80 फीसदी रेस्टोरेंट-होटलों में वेज-नॉनवेज किचिन अलग नहीं हैं.

सबसे ज्यादा होटल एमपी नगर में

राजधानी में सबसे ज्यादा होटल एमपी नगर में हैं. इसके बाद न्यू मार्केट, बिट्टन, बावड़ियाकला, नर्मदापुरम रोड, कोलार रोड, पुराने शहर में रेलवे स्टेशन, नादरा बस स्टैंड, बैरागढ़, इधर अयोध्या बायपास, रायसेन रोड, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने व अन्य स्थानों पर हैं. एफएसएसएआइ ने इनके संबंध में आदेश जारी कर रखे हैं, लेकिन पालन नहीं हो रहा. कुछ दिन पहले एमपी नगर स्थिति डीबी मॉल में बारकोस रेस्टोरेंट में कार्रवाई की थी. दो साल में छह रेस्टोरेंट पर इस मामले में कार्रवाई की जा चुकी है.

ये कहता है नियम

खाने में स्चछता जरूरी, आदेश जारी

गर होटल में पचास से सत्तर लोगों को एक साथ खिलाने की व्यवस्था है तो कम से कम दो से तीन फ्रीज होना जरूरी है. परोसने और बनाने वाले अलग, सफाई की व्यवस्था उत्तम. लेकिन काफी में नियमों का पालन नहीं हो रहा.

- इससे ऊपर जाने पर होटलों में कमरों की उपलब्धता, जैसे 20 कमरे हैं तो चार से पांच फ्रीज, इनमें वेज और नॉनवेज अलग रखा जाना चाहिए. - नॉनवेज जिस फ्रीजर में रखा जाता है, उसमें अलग से निशान भी लगाने हैं, ताकि कोई कर्मचारी गलती से उसमें वेज खाद्य सामग्री न रख दे.

इ स संबंध में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि खाना बनाने में स्वच्छता और सात्विकता का होना बहुत जरूरी है. इसके बाद मध्य प्रदेश पर्यटन निगम के सभी होटलों में शाकाहारी और मांसाहारी खाने के किचन अलग-अलग रखने के निर्देश दिए हैं. इसका पालन नहीं करने वालों पर विभाग कार्रवाई करेगा. एडीएम कोर्ट इस पर दो लाख रुपए तक जुर्माना कर सकता है.

नियमों का करते हैं पालन, सख्ती भी जारी

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