भोपाल: मध्य प्रदेश में आमजन की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए सीएम हेल्प लाईन सेवा संचालित है। यह ऐसी सेवा है जिसका लाभ फोन कॉल के जरिए सुलभ है। यही कारण है कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों से हर रोज 80 हजार से ज्यादा फोन आते हैं। लोक सेवा प्रबंधन के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि विभाग द्वारा लोक सेवाओं के प्रदान की गांरटी अधिनियम 2010 में अब तक 48 विभागों की 691 सेवाएं अधिसूचित की गई हैं। सभी जिलों में 430 लोक सेवा केन्द्र से नागरिकों को सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। लोक सेवा केन्द्र की सेवाओं में लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अतिरिक्त समाधान एक दिन की सेवाएं, आधार कार्ड बनाना और सुधार करना, आयुष्मान कार्ड बनाना, राजस्व की सेवाएं आदि शामिल हैं।
लोक सेवा प्रबंधन विभाग की विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि सीएम हेल्प लाईन से आम नागरिकों को फोन काल पर सेवाएं देने के साथ उनके द्वारा दर्ज शिकायतों का निराकरण किये जाने की जानकारी अधिक से अधिक आम नागरिकों को देने के लिए विशेष प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे कि अधिक से अधिक नागरिक इस सेवा का लाभ ले सके। सीएम हेल्प लाईन में आपसी झगड़ों के चलते झूठी शिकायतों की भी बात सामने आई है। इस पर तय किया गया है कि सीएम हेल्प लाईन की सुविधा का दुरूपयोग करने वाले व्यक्तियों पर नजर रखी जाये और उन्हें ऐसा करने से रोका जाये।
बताया गया कि सीएम हेल्प लाइन पर सातों दिन 24 घंटे एकीकृत नम्बर 181 है, जिन पर रोजाना लगभग 80 हजार फोन कॉल सुने जाते हैं, जिन पर नागरिकों द्वारा मांगी गई जानकारी देने के साथ ही शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित किया जाता है। अब तक एक करोड़ 95 लाख दर्ज शिकायतों में 98 प्रतिशत का निराकरण सुनिश्चित किया गया है।