उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश शुरू, ये शर्तें लागू
कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने के साथ-साथ प्रतिबंधों में भी ढीलाई शुरू हो गई है.
कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने के साथ-साथ प्रतिबंधों में भी ढीलाई शुरू हो गई है. महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू कर दिया गया है. हालांकि इसके लिए कुछ नियम और शर्तों का पालन कराया जा रहा है. महाशिवरात्रि के बाद फिर से पहले जैसी व्यवस्था चालू होने की पूरी संभावना है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू कर दिया गया है, लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा.
इसके अलावा अधिक भीड़ होने पर दूसरे सामान्य दिनों में भी प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. जब श्रद्धालुओं की भीड़ कम रहेगी, उस दौरान गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही पहले जैसी व्यवस्था लागू होने में अभी थोड़ा और वक्त लगेगा. महाशिवरात्रि के बाद पहले जैसी व्यवस्था लागू हो जाएगी. वर्तमान परिस्थिति में प्रोटोकॉल का पालन करना भी बेहद जरूरी है, इसीलिए श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुसार महाकाल मंदिर समिति प्रति दिन निर्णय लेगी. इसी आधार पर व्यवस्था जारी रहेगी.
1,500 रुपये में दो भक्तों को प्रवेश
मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ के मुताबिक गर्भगृह में प्रवेश के लिए (भीड़ अधिक होने पर) 1,500 रुपये की रसीद कटवाकर दो श्रद्धालु प्रवेश कर सकते हैं. यह व्यवस्था पूर्व भी लागू थी. इसे वर्तमान में भी प्रभावशील कर दिया गया है. मंदिर समिति द्वारा लगभग छह माह पूर्व से यह व्यवस्था लागू है. महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश भले ही शुरू कर दिया गया हो लेकिन अभी भी आम श्रद्धालुओं का भस्मारती में प्रवेश बंद है. इसे लेकर महाकाल मंदिर समिति ने फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है.
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक मंदिर समिति द्वारा निर्णय लिए जाते हैं. भस्म आरती को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है अभी आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है.