कड़ाके की ठंड का असर: ठिठुरा रहा December, गर्म कपड़े नहीं दे पा रहे सर्दी से राहत

Update: 2024-12-18 15:23 GMT
Raisenदिसंबर महीने का दूसरा पखवाड़ा शुरू हो चुका है।दिसंबर माह में कड़ाके की ठंड का सिलसिला जारी है। इससे आमजनों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। स्थिति यह बन गई कि गर्म कपड़े ज्यादा राहत नहीं दे पा रहे हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार आगे भी लोगों का इसी तरह से ठंड का सामना करना पड़ेगा। बुधवार को न्यूनतम तापमान 2.7 व अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ है। इस सीजन में दूसरी बार है जब रात का पारा इतना कम दर्ज हुआ है। जिसने लोगों के हाल बेहाल कर दिए हैं। कड़ाके की ठंड कैसी ही उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सुबह के समय लोग अपने घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।लोगों को श्वेटर, जैकेट जर्किन सहित अन्य टोपी गर्म कपड़े पहने होने के बाद भी अलाव का सहारा लेना पड़ा है।
कैसा रहेगा आगे मौसम....
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर सत्येंद्रसिंह तोमरऔर कृषि वैज्ञानिक डॉ स्वप्निल दुबे ने बताया कि रात का तापमान अभी जितना है उतना ही आगे रहने का पूर्वानुमान है। इससे समझ सकते हैं कि लोगों को ठंड से निजात मिलने के कोई आसार नहीं है। इधर ठंड रबी फसल के लिए फायदेमंद बताई जा रही है। इससे फसल की ग्रोथ होगी। बता दे कि जिले में 85 प्रतिशत बोवनी कार्य हो गया है।
ठंड के मौसम में बीमार होने का खतरा सबसे अधिक बढ़ गया है। वर्तमान में ही अस्पतालों में लोग सर्दी, खांस, बुखार सहित बच्चे निमोनिया सर्दी खांसी अन्य के मरीज सबसे अधिक आ रहे हैं। इधर स्वास्थ्य विभाग ने शीतघात व शीत लहर को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतने सलाह दी है। बताया कि शीत ऋ तु में वातावरण का तापमान अत्यधिक कम होने पर शीत लहर का चलना प्रारंभ हो जाता है। इससे मानव स्वास्थ्य पर अनेक विपरित प्रभाव जैसे सर्दी जुकाम, बुखार, निमोनिया, त्वचा रोग, फेफ ड़ों में संक्रमण, हाइपोथर्मिया, असर पड़ रहा है।
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