इंदौर न्यूज़: शहर में अवैध रुप से बालू रेत का परिवहन जोरो से चल रहा है. इन वाहनों की रात 10 बजे बाद शहर में इंट्री होता है. ऐसे में रात होते ही रेत से भरे ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से शहर की सडक़ों पर दौड़ते है. जिनको लेकर न तो पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है और न ही खनिज विभाग द्वारा. ऐसे में अवैध रेत परिवहन का कारोबार बड़े स्तर पर फल-फूल रहा है. बिना रॉयल्टी के रोजाना सैकड़ों वाहन रेत शहर में खपत हो रही है. जिसकी कीमत लाखों में है. इससे शासन को राजस्व का लाखों का नुकसान हो रहा है.
बता दें कि शहर के कई हिस्सों में रेती मंडी बन गई है. जिनमें नवलखा, राजेंद्रनगर रेती मंडी, राऊ चौराहा है. यहां पर रोजाना सैकड़ों वाहन काली व बालू रेत के खड़े होते है. हाइवा वाहन में ओवरलोड करीब 800-900 फीट तक रेत परिवहन हो रही है. वहीं डम्परों में भी 500 फीट से अधिक रेत सप्लाय हो रही है. आधे से अधिक वाहनों के पास रेत की रॉयल्टी भी नहीं होती है. जिन पर कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार ही नदारत है. न तो खनिज विभाग की सख्ती है और न ही पुलिस द्वारा कार्रवाई हो रही है.
(इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी धर्मेंद्र चौहान से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.)