अवैध संबंधों की शंका में पति-पत्नी के बीच विवाद , पत्नी ने भांजी के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी

Update: 2024-05-13 13:25 GMT
उज्जैन : अवैध संबंधों की शंका में पति-पत्नी के बीच आए दिन होने वाले विवाद में कुछ ऐसा मोड़ लिया कि पति से प्रताड़ित होकर पत्नी सुपारी किलर बन गई, जिसने अपनी भांजी के साथ मिलकर सुपारी देकर पति की हत्या करवा डाली। इस हत्याकांड में शुरुआत में तो पुलिस बाहरी लोगों पर ही शंका करती रही, लेकिन जब परिवार जनों के बयान लिए गए तो मामला कुछ और ही सामने आया। उसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी, भांजी और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है।
 11 मई 2024 को वीरदुर्गादास मार्ग जूना सोमवारिया में रहने वाले मिश्रीलाल राठौर उम्र 50 साल सुबह करीब 8.30 बजे मॉर्निंग वॉक के बाद घर का ताला खोलकर सीढ़ी चढ़कर जैसे ही ऊपर घर में पहुंचे कि पहले से घर के अंदर छुपे हुए एक लड़के ने मिश्रीलाल के पेट व अन्य भाग में जान से मारने की नियत से चाकू मारे व भाग गया। शोरगुल की आवाज आने पर मिश्रीलाल का पुत्र तुरंत नीचे आया, जहां मिश्रीलाल सीढ़ियों के नीचे ओटले पर पड़े हुये थे। जिन्हें अन्य लोगों की मदद से अस्पताल लेकर गये, जहां उनकी मौत हो गई।
इस मामले में जीवाजीगंज थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 117/2024 धारा 302, 324 भादवि के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की थी। इसमें पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर-पूर्व) जयंत सिंह राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर-पश्चिम) गुरु प्रसाद पाराशर के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक जीवाजीगंज, सुमित अग्रवाल उप पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच योगेश सिंह तोमर एवं थाना प्रभारी नरेन्द्र सिंह परिहार ने इस हत्याकांड में मृतक की पत्नी कृष्णाबाई, भांजी माया तथा आरोपी गोपाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने पूछताछ पर अपराध में स्वंय की संलिप्तता स्वीकार कर ली है। आरोपी करन पिता छगनलाल सोलंकी जाति नायक निवासी ग्राम कुलावदा थाना इंगोरिया अभी फरार है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह है हत्या की वजह
मृतक मिश्रीलाल राठौर तथा उसकी पत्नी कृष्णाबाई के मध्य आपसी चरित्र शंका को लेकर काफी समय से अनबन चल रही थी, जिसके कारण दोनों ही अलग-अलग मकानों में रह रहे थे। मृतक अपने पुत्र लोकेश राठौर के साथ रहता था तथा कृष्णाबाई अपनी भांजी माया के साथ मृतक के अन्य मकान में आवासरत थी, जिसे मृतक मिश्रीलाल कृष्णाबाई व माया से खाली कराना चाहता था। इसी कारण कृष्णा बाई तथा माया ने मिलकर गोपाल चौधरी निवासी आंजना बस्ती को मृतक की हत्या करने की सुपारी दी। कुल छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ, एडवांस के रूप में कृष्णाबाई व माया ने नकद एक लाख रुपये गोपाल चौधरी को दिए तथा मृतक के घर के मुख्य चैनल गेट की एक अन्य चाबी भी गोपाल चौधरी को दी।
साथ ही बताया कि मिश्रीलाल सुबह जल्दी मार्निंग वॉक के लिये निकलता है। उसी समय चैनल गेट का ताला खोलकर घर के अंदर जाया जा सकता है। घर के अंदर उसे मारना अधिक सुविधाजनक होगा। आरोपी गोपाल चौधरी द्वारा मिश्रीलाल की हत्या करने हेतु दो लाख रुपये में आरोपी करन सोलंकी निवासी ग्राम कुलावदा थाना इंगोरिया को ठेका दिया गया व 10,000 रुपये नकद एडवांस के रूप में दिये गये। साथ ही मृतक के घर की मुख्य चैनल की चाबी भी दी। घटना वाले दिन आरोपी करन सोलंकी के द्वारा उक्त चाबी की सहायता से मृतक के घर का ताला खोलकर आसानी से प्रवेश कर लिया गया तथा चैनल गेट में पुनः ताला डाल दिया और स्वयं सीढ़ियों के ऊपर कमरे में चाकू सहित खड़ा हो गया।
थोडी देर में मिश्रीलाल के मॉर्निंग वॉक से लौटकर आने पर जैसे ही वह सीढ़िया चढ़कर ऊपर पहुंचा कि तभी आरोपी करन ने जान से मारने की नियत से मिश्रीलाल पर चाकू से हमला कर दिया। दोनों लुढकते हुये सीढियों से नीचे ओटले पर आ गये। जहां से आरोपी करन बगल की गली में होकर भाग गया। मिश्रीलाल ने लोगों को आवाज भी लगाई, जिससे कुछ लोग मौके पर पहुंचे। मिश्रीलाल घायल अवस्था में ओटले पर लेट गया, जिसे इलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान मिश्रीलाल की मौत हो गई।
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