इंदौर न्यूज़: देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के दायरे में आने वाले कॉलेजों पर मान्यता खत्म करने की चेतावनी का भी असर नहीं हो रहा है. बार-बार पत्र लिखकर एआइएसएचई में जानकारी देने का कहने के बावजूद 10 ऐसे कॉलेजों ने इसे नजरअंदाज कर दिया. इनमें से इंदौर के भी चार कॉलेज हैं.
अब यूनिवर्सिटी इन कॉलेजों पर कार्रवाई की अनुशंसा करेगी. ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन (एआइएसएचई) के तहत देशभर की यूनिवर्सिटी व कॉलेजों की जानकारी जुटाई जाती है. इस आधार पर सरकार योजनाएं बनाती है. पिछले सत्र में भी कॉलेजों ने काफी मनुहार के बाद जानकारी दी थी. इस बार भी यूनिवर्सिटी ने समय-सीमा में शत-प्रतिशत कॉलेजों की जानकारी अपलोड कराने का लक्ष्य रखा था. इसके लिए कॉलेजों को लगातार पत्र भेजे गए और फिर चेतावनी पत्र भी जारी किया. इसके बावजूद 20 जनवरी तक 10 कॉलेजों ने सर्वे के तहत जानकारी अपलोड नहीं की. इन कॉलेजों में इंदौर के श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज, आइडिलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लॉर्ड कृष्णा कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी और इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ हैं. बाकी कॉलेजों में एक्सीलेंट कॉलेज बुरहानपुर, हेरिटेज एकेडमी, ऋतुजंय कॉलेज, जननायक टंट्या मामा कॉलेज भीकनगांव, एमसीटीई और प्रज्ञान स्कॉलर्स एकेडमी हैं. रजिस्ट्रार डॉ. अजय वर्मा ने बताया, पहले कॉलेजों को 10 जनवरी तक जानकारी देने को कहा था. बाद में इसे बढ़ाकर 20 जनवरी कर दिया गया. 10 कॉलेजों ने अब तक जानकारी नहीं भेजी है. शासन को इनकी जानकारी भेजी जा रही है.