Damoh : सावन के पहले सोमवार को जागेश्वर नाथ धाम पहुंचे हजारों श्रद्धालु

Update: 2024-07-22 10:02 GMT
 Damohदमोह : जिले सहित बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वरनाथ धाम बांदकपुर में सावन के पहले सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महादेव को जल अर्पित करने पहुंचे। पूरे प्रदेश से श्रद्धालु बांदकपुर पहुंचे हैं। सुबह 4 बजे पट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं की लाइन मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर बाहर परिसर तक लग चुकी थी। व्यवस्थाओं के लिए पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारी यहां मौजूद थे, जिन्होंने व्यवस्थित तरीके से श्रद्धालुओं को
गर्भगृह तक पहुंचाया।
दोपहर 12 बजे तक की स्थिति में करीब 25,000 श्रद्धालु भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन कर चुके हैं और शाम तक यह क्रम लगातार चलता रहेगा। भगवान जागेश्वरनाथ को 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है। उनके दर्शनों के लिए देश के बड़े-बड़े नेता यहां आ चुके हैं और अब बहुत जल्द महाकाल कॉरिडोर की तरह जागेश्वरधाम में भी भव्य कॉरिडोर का निर्माण होने जा रहा है। इसके लिए अधिकारियों ने बांदकपुर पहुंचकर निरीक्षण भी किया है और बहुत जल्द यहां पर कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। भगवान जागेश्वरनाथ 17वीं शताब्दी में स्वयं प्रकट हुए थे और इनके दर्शन मात्र से ही लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं, लेकिन सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है। श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह के पट खुलने का इंतजार करते हैं और सुबह 4 बजे जैसे ही पट खोले जाते हैं, भगवान के दर्शनों का क्रम शुरू हो जाता है।
मंदिर प्रबंधन की व्यवस्थाएं
मंदिर प्रबंधक रामकृपाल पाठक ने बताया कि सावन सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से अब तक पहुंच चुके हैं। उनके लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं मंदिर प्रबंधन की ओर से उपलब्ध कराई जा रही हैं। सामान्य दिनों में भी यहां श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन सावन सोमवार का विशेष महत्व माना जाता है। इसलिए लोग दूर-दूर से भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन के लिए आते हैं।
स्वास्थ्य सुविधाएं
यहां आने वाले भक्तों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। ग्लूकोज और दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं और डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है।दमोह जिले सहित बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वरनाथ धाम बांदकपुर में सावन के पहले सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महादेव को जल अर्पित करने पहुंचे। पूरे प्रदेश से श्रद्धालु बांदकपुर पहुंचे हैं। सुबह 4 बजे पट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं की लाइन मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर बाहर परिसर तक लग चुकी थी। व्यवस्थाओं के लिए पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारी यहां मौजूद थे, जिन्होंने व्यवस्थित तरीके से श्रद्धालुओं को गर्भगृह तक पहुंचाया।
दोपहर 12 बजे तक की स्थिति में करीब 25,000 श्रद्धालु भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन कर चुके हैं और शाम तक यह क्रम लगातार चलता रहेगा। भगवान जागेश्वरनाथ को 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है। उनके दर्शनों के लिए देश के बड़े-बड़े नेता यहां आ चुके हैं और अब बहुत जल्द महाकाल कॉरिडोर की तरह जागेश्वरधाम में भी भव्य कॉरिडोर का निर्माण होने जा रहा है। इसके लिए अधिकारियों ने बांदकपुर पहुंचकर निरीक्षण भी किया है और बहुत जल्द यहां पर कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। भगवान जागेश्वरनाथ 17वीं शताब्दी में स्वयं प्रकट हुए थे और इनके दर्शन मात्र से ही लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं, लेकिन सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है। श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह के पट खुलने का इंतजार करते हैं और सुबह 4 बजे जैसे ही पट खोले जाते हैं, भगवान के दर्शनों का क्रम शुरू हो जाता है।
मंदिर प्रबंधन की व्यवस्थाएं
मंदिर प्रबंधक रामकृपाल पाठक ने बताया कि सावन सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से अब तक पहुंच चुके हैं। उनके लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं मंदिर प्रबंधन की ओर से उपलब्ध कराई जा रही हैं। सामान्य दिनों में भी यहां श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन सावन सोमवार का विशेष महत्व माना जाता है। इसलिए लोग दूर-दूर से भगवान जागेश्वरनाथ के दर्शन के लिए आते हैं।
स्वास्थ्य सुविधाएं
यहां आने वाले भक्तों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। ग्लूकोज और दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं और डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है।
Tags:    

Similar News

-->