क्राइसिस कमेटी की हुई बैठक, इंदौर में फिलहाल नहीं बढ़ेंगी पाबंदियां

कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए इंदौर में मंगलवार देर शाम को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हुई।

Update: 2022-01-05 08:12 GMT

कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए इंदौर में मंगलवार देर शाम को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हुई। रात तक बैठक चली। हालांकि बैठक में सुझाव ही आए, निर्णय नहीं हो सका। जो सुझाव आए हैं उनको राज्य शासन के पास भेजा जाएगा।

बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, विधायक आकाश विजयवर्गीय, महेंद्र हार्डिया, राजेश सोनकर, मधु वर्मा, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, कलेक्टर मनीष सिंह, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र, निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल आदि मौजूद थे। हालांकि नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे कुछ देर रूकने के बाद जरूरी काम आने के चलते निकल गए थे। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यदि विवाह समारोह में संख्या सीमित करनी है, तो यह निर्णय जल्दी होना चाहिए नहीं तो लोग तैयारियां कर लेंगे। ऐसे में देरी से निर्णय लेने पर ठीक नहीं रहेगा। उठावने के कार्यक्रमों में भीड़ नियंत्रण को लेकर भी निर्णय लिए जाने के सुझाव आए। यह भी कहा कि स्कूल-कॉलेजों को लेकर भी फैसला होना चाहिए। बाहरी विद्यार्थियों की संख्या भी अधिक है। लिहाजा क्लासेस के ऑनलाइन-ऑफलाइन को लेकर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। मुख्य रूप से विवाह समारोह व बड़े आयोजनों को लेकर बात हुई। चूंकि अभी मलमास है और शादियां बंद है लेकिन मकर संक्रांति के बाद शादियां शुरू होंगी। लोग तैयारियां कर रहे हैं और अधिकांश ने गर्डन, धर्मशाला बुक कर ली है। मेहमानों को न्यौता भी भेजा जा चुका है। ऐसे में विवाह समारोह में क्या गाइडलाइन रखी जाए, मेहमानों की संख्या कितनी हो इस पर जल्दी निर्णय लेना होगा वरना बाद में समस्या आ सकती है। दरअसल यह बैठक इसलिए भी रखी गई क्योंकि पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा था कि बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या देखते हुए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इसके चलते क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से चर्चा की गई। हालांकि बैठक में कोई निर्णय नहीं हो सका। सुझावों को राज्य शासन के पास भेजा जाएगा।
शादियों में मेहमानों की संख्या 200 किए जाने का प्रस्ताव
बैठक में यह सुझाव आए कि शादियों में मेहमानों की अधिकतम संख्या 200 रखी जाए। मुक्तिधाम में अधिकतम संख्या 50 निर्धारित की जाए। चलित उठावना करने की अनुशंसा की गई। कोचिंग क्लासेस को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने के बारे में भी तय किया गया। बैठक में बताया कि बगैर अनुमति के किसी भी बड़े आयोजन, धरना, प्रदर्शन आदि की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही तय किया गया कि नागरिकों को कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन करने के संबंध में जागरूक किया जाए। विशेषकर मास्क लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जाए। मास्क नहीं लगाने वालों के विरुद्ध अर्थदण्ड लगाने का सुझाव भी दिया गया। बैठक में बताया गया कि उपरोक्त अनुशंसाएं राज्य शासन को भेजी जाएंगी। बैठक में तय किया गया कि कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में मेडिकल किट सहित अनेक चिकित्सकीय सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएंगी। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जीनोम सिक्वेंसिंग जांच की रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त होना चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल का प्रभावी पालन करवाने की जरुरत है। एहतियात के रूप में जरूरी है कि अनेक प्रभावी कदम उठाए जाएं। होम आइसोलेशन को बढ़ावा दिया जाए। कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था को भी कारगर रूप से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के तहत मरीजों को अत्यधिक चिकित्सकीय सुविधा मिले, यह प्रयास किया जाए। कलेक्टर मनीष सिंह ने जिले में की जा रही कोरोना से निपटने की व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना के इलाज के लिये विशेषज्ञों के माध्यम से प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है। पर्याप्त संख्या में बेड्स हैं। कोविड केयर सेंटरों में ढाई हजार बिस्तरों की व्यवस्था रखी गई है। पर्याप्त ऑक्सीजन सुविधा है। जरूरतमंद मरीजों के नि:शुल्क इलाज के लिये आयुष्मान योजना के तहत 41 अस्पतालों में व्यवस्था की गई है।
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