भोपाल न्यूज़: परिवहन विभाग ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से नि:शुल्क ड्राइविंग ट्रेनिंग देने की योजना बनाई थी. लेकिन भोपाल में यह योजना, कागजों तक ही सीमित होकर रह गई है. बता दें कि लगभग दो वर्ष पहले महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से परिवहन विभाग ने एक योजना बनाई थी. इसके तहत आरटीओ परिसर में ही महिलाओं को गाड़ी चलाने के लिए 30 दिन का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रोग्राम रखा गया था.
लेकिन आईटीआई या पालिटेक्निक से इस योजनानुसार ट्रेनिंग स्टाफ और अन्य जरूरी चीजें नहीं मिल पाने से भोपाल आरटीओ कार्यालय इस योजना को अब तक अमलीजामा नहीं पहना पा रहा है. इस कारण गाड़ी चलाना सीखने की इक्छुक महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. महिलाओं को इसके लिए निजी स्तर पर अधिक रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं. जबकि इंदौर में इसी योजना के तहत कई महिलाओं को नि:शुल्क ट्रेनिंग देकर रोजगार से जोड़ा जा चुका है.
बता दें कि इस योजना में चुनी गई महिलाओं को प्रशिक्षण के दौरान रहने-खाने की व्यवस्था भी परिवहन विभाग को करनी थी. सफलता पूर्वक प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं को प्रमाण-पत्र दिया जाता. महिलाओं को परिवहन विभाग द्वारा नियमानुसार ड्राइविंग लाइसेंस देने की भी प्लानिंग थी. जिससे कि वाहन चलाने की ट्रेनिंग लेकर महिलाएं जरूरत के अनुसार कॉमर्शियल या नॉन कॉमर्शियल वाहन चलाकर परिवार का भरण पोषण कर सकें.