छपरा और समस्तीपुर में बन रहे कॉलेज, 250 सीटों पर होगी पढ़ाई

Update: 2023-04-29 14:24 GMT

पटना न्यूज़: इस साल छपरा और समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद यहां लोगों का उपचार शुरू हो जाएगा. इन जिलों के मरीज को पटना आने की जरूरत नहीं होगी और वे मेडिकल कॉलेज में इलाज करा सकेंगे. अगले साल शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से दोनों मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी.

छपरा में बन रहा मेडिकल कॉलेज 500 बेड का होगा. यहां एमबीबीएस की 120 सीटों पर नामांकन होगा. इस अस्पताल पर 376.27 करोड़ की लागत आई है. इसी प्रकार समस्तीपुर के सरायरंजन में 591 करोड़ की लागत से राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल निर्माणाधीन है. इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 130 सीटों पर नामांकन हो सकेगा. जबकि मेडिकल कॉलेज में एक बार में 500 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा होगी. दो नए मेडिकल कॉलेज व अस्पताल बनने के बाद राज्य में ऐसे संस्थानों की संख्या 11 से बढ़कर 13 हो जाएगी. सरकार ने वर्ष 2028 तक राज्य में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाकर साढ़े चार हजार करने का लक्ष्य तय किया है. फिलहाल राज्य में 2,540 सीटों पर एमबीबीएस में नामांकन होता है.

पूर्णिया में शुरू होगी पढ़ाई पूर्णिया मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार है. यहां एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कराए. उम्मीद है कि जल्द ही नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम यहां आकर निरीक्षण करे. पिछले साल भी पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू कराने की कवायद शुरू की गई थी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी. इस वर्ष विभाग को उम्मीद है कि पूर्णिया में एमबीबीएस की 150 सीटों पर पढ़ाई शुरू हो जाएगी.

रहुई डेंटल कॉलेज को मंजूरी

नालंदा के रहुई डेंटल कॉलेज में 100 सीटों पर डेंटल की पढ़ाई की अनुमति मिल गई है. बीते दिनों डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसका निरीक्षण किया था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डीसीआई ने मंजूरी की सूचना दे दी है. जल्द ही इसका विधिवत पत्र विभाग को मिल जाएगा. पटना के बाद यह राज्य का दूसरा डेंटल कॉलेज होगा.

तीन और कॉलेज का निर्माण जल्द

इस वर्ष बजट में उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य में तीन और मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है. सुपौल, मोतिहारी और मुंगेर में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी. निर्माण कार्य शुरू होने के तीन वर्षों के भीतर तीनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है.

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