कलेक्टर ने दो माह पहले किया था जिले को जल अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित

Update: 2024-05-20 12:13 GMT
रायसेन। जिला जल अभावग्रस्त घोषित किए हुए दो माह हो गया ।लेकिन अब तक इसको लेकर अधिकारियों ने कोई रूप रेखा नहीं बनाई है। यानी रूफ हार्वेस्टिंग सहित अन्य कार्य जो जल बचाव के लिए आवश्यक है। उसका कोई रोड मेप नहीं बनाया है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि जिन कार्यालयों से जिला संचालित होता है। उन कार्यालयों में ही रूफ हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं हैं। ऐसे में आमजन को कैसे अधिकारी जागरुक करें ।इससे भविष्य में ऐसा नहीं करना पड़े।
सरकारी दफ्तरों में नहीं रूफ हार्वेस्टिंग.....
कुछ मीडिया कर्मियों ने जिला मुख्यालय के कई दफ्तरों का जायजा लिया। जिसमें सामने आया कि कई अहम दफ्तरों में रूफ हार्वेस्टिंग सिस्टम ही नहीं है। इसमें सबसे पहले नगर पालिका भवनपरिषद है। इस भवन से जिला मुख्यालय संचालित होता है। क्योंकि आमजनों की मूलभूत सुविधाओं का सीधा संपर्क इस कार्यालय से है। यहां पर रूफ हार्वेस्टिंग ही नहीं है। जबकि शासन के आदेश के मुताबिक शहर में बनने वाले प्रत्येक निर्माण में यह सिस्टम लगना जरूरी है। यह कार्यालय तय करता है। इसके अलावाजिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय, अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग विभाग,लोक यांत्रिकी विभाग, शासकीय कॉलेज, उत्कृष्ट स्कूल, जिला अस्पताल सहित कई विभागों में रूफ हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं है।
इन कारणों से पानी की आ रही कमी..….
जिला जल अभावग्रस्त क्षेत्र होने के सबसे प्रमुख कारणों में से एक बारिश का कम होना है। इसके अलावा जिले में जंगल,रूफ हार्वेस्टिंग और ड्रीप एरिगेशन पर ध्यान नहीं दिया गया। साथ ही जिन विभागों के पास हरियाली से लेकर पानी को रोकने की जिम्मेदारी है। उन्होंने अपने यहां सिस्टम लगाकर लोगों को जागरूक करने के लिए मुनासिब नहीं समझा है।
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