सीएम शिवराज सिंह चौहान इंदौर के हॉस्टल में पहुंचे थे, छात्राएं बोलीं- कम्प्यूटर दिला दो मामा, फिर...

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को इंदौर के किला मैदान स्थित अनुसूचित जाति-जनजाति पोस्ट मेट्रिक कन्या छात्रावास पहुंचे। य

Update: 2022-01-27 04:06 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को इंदौर के किला मैदान स्थित अनुसूचित जाति-जनजाति पोस्ट मेट्रिक कन्या छात्रावास पहुंचे। यहां उन्होंने छात्राओं से संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुनने के साथ उनका निराकरण किया। मुख्यमंत्री ने छात्राओं के साथ भोजन भी किया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान की पत्नी साधना सिंह, राज्य आपदा प्रबंधन समिति सदस्य डॉ. निशांत खरे सहित कई अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं। छात्राओं ने छात्रावास में लाइब्रेरी, कम्प्यूटर और ऑनलाइन कोचिंग की जरूरत बताई। चौहान ने अधिकारियों को तुरंत निर्देश देते हुए कहा कि लाइब्रेरी स्थापित की जाए, कम्प्यूटर की व्यवस्था की जाए और साथ ही ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए।
बेटी वरदान है: शिवराज
चौहान ने इस मौके पर कहा कि बेटी वरदान है। राज्य सरकार द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जा रहा है। अधिक से अधिक बेटियां शिक्षित हों इसके लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सरकार द्वारा स्कूल जाने के लिए बच्चों को साइकल उपलब्ध कराई गई है। लाडली लक्ष्मी योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। उच्च शिक्षा में मदद के लिए गांव की बेटी योजना चलाई जा रही है।
बेटियों के लिए हो रही रोजगार की व्यवस्था: शिवराज
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में आवश्यकता के अनुसार नए आश्रम और छात्रावास खोले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कन्याओं के विवाह की व्यवस्था भी की गई है। बेटियों को रोजगार देने की व्यवस्था भी सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में की जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा निर्णय लेकर शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत तथा पुलिस में 30 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। कन्या छात्रावास में छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
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