Chit fund कंपनी ने सरकारी योजनाओं की तरह लोगों को किया गुमराह, छह हजार से ज्यादा लोगों से की ठगी

Update: 2024-10-25 14:59 GMT
Raisenरायसेन। बेतवांचल इंडिया निधि प्राय.लिमि.नाम की चिटफंड कंपनी का नेटवर्क कार्यालय रायसेन, सागर सीहोर ,विदिशा, बैरसिया में खोले गए। इस चिटफंड कंपनी में स्थानीय कमीशन एजेंटों को जोड़ा।एजेंटों ने एफडी पर ब्याज तीन से चार गुना करके लोगों को झांसा देकर बनाई।इसके अलावा डेली कलेक्शन के खाते खोलकर किसी ग्राहक से100,200 तो किसी से500 और हजार वसूले।लोगों की मेहनत की गाड़ी कमाई समेटकर कंपनी पूरे 5 जिलों से अरबों करोड़ों रुपये समेटकर कंपनी के अधिकारी एरिया मैनेजर, लोकल के कलेक्शन एजेंट घरों में ताले डालकर भूमिगत हो गए हैं।जिससे छोटे व्यापारी दिहाड़ी मजदूर मिस्त्री सिंघाड़े बेचने पानीपुरी चाट पकोड़े बेचने वाले कचौड़ी समोसे बेचने वालों के इस
धोखाधड़ी
से उनकी करोड़ों रुपए की रकम उलझन में फंस गई है।जिससे वह चिंतित काफी हैरान परेशान हैं। रायसेन के फल विक्रेता राजेश कुशवाहा सिंघाड़े विक्रेता भारत सिंह रैकवार अनिल सिंह प्रमोद कुमार आदि ने बताया कि उनके लाखों रुपए की राशि चिट फंड कंपनी के एजेंट लेकर फरार हो गए हैं ।इस मामले की शिकायत उन्होंने थाना कोतवाली रायसेन में भी की है ।उनका कहना है कि लोकल के एजेंट ने उनका तेल कलेक्शन राशि लेकर उनके साथ धोखाधड़ी की है ।
उन कमीशन एजेंटों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके बाद उन्होंने एसपी पंकज पांडे को भी अर्जी देकर राशि वापस दिलाए जाने की गुहार लगाई है ।रायसेन निवासी भारत सिंह रैकवार का कहना है कि कमीशन एजेंट ने उनसे 2 लाख से भी ज्यादा रुपए डेली कलेक्शन करके इकट्ठे किए थे।प्रूफ के तौर पर एक सिंपल डायरी में डेली कलेक्शन की राशि लेकर हड़प लिए हैं।लेकिन कमीशन एजेंट गायब है। इसी तरह राजेश कुशवाहा का कहना है कि उनकी 20 से 25000 रुपए की रकम जमा है ।अब उनके पास जमा पूंजी भी अब खत्म हो गई है। प्रमोद कुमार का कहना है कि कमीशन एजेंट ने उनसे ₹60000 जमा किए हैं ।लेकिन धोखाधड़ी ने उनकी आंखें खोल दी हैं। इस तरह से लोकल के कमीशन एजेंट ने ठगी करके बर्बादी के कगार पर ला दिया है।
कुछ एजेंटों को आया हार्ट अटैक तो कुछ हुए बीमार....
रायसेन शहर के लोकल के कमीशन एजेंट फंड कंपनी के भाग जाने से बीमार पड़ गए हैं तो एक एजेंट को हार्ट अटैक आया है जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है बताया जाता है कि कमीशन एजेंट के घर के निजी 45 लाखख रुपए और एफ़डी के इतने ही रुपए और डेली कलेक्शन की राशि लाखों रुपए की जमा है रकम उलझन में फंसने से वह परेशान और बीमार है।
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