यातायात सुगम बनाने के लिए इंदौर में BRTS कॉरिडोर हटाया जाएगा- मुख्यमंत्री
Indore इंदौर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को घोषणा की कि इंदौर में बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) को समर्पित कॉरिडोर को हटा दिया जाएगा, ताकि यातायात की भीड़ कम हो और लोगों के लिए आवागमन आसान हो सके। पिछले साल यादव ने राज्य की राजधानी भोपाल में बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाने का आदेश दिया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "भोपाल में बीआरटीएस कॉरिडोर हटाए जाने के बाद यातायात के मामले में काफी सुविधा हुई है। हमें जो भी तरीका अपनाना होगा, हम इंदौर में भी बीआरटीएस कॉरिडोर हटाएंगे।" यादव इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि शहर के विकास के लिए आयोजित पिछली दो बैठकों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उनसे 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस कॉरिडोर के कारण लोगों को हो रही असुविधा की शिकायत की थी।
उन्होंने कहा, "शहर के अधिकांश चौराहों पर यातायात की समस्या है। वहां फ्लाईओवर बनाकर इसे हल किया जाएगा। किसी भी स्थिति में फ्लाईओवर बनाने के लिए हमें बीआरटीएस कॉरिडोर हटाना ही होगा।" मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने लोगों की यातायात संबंधी समस्याओं को देखते हुए बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाने का फैसला किया है और उन्हें सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है। इंदौर बीआरटीएस को लेकर मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (पीआईएल) लंबित है। यादव ने कहा, "हम बीआरटीएस पर राज्य सरकार के रुख से भी न्यायालय को अवगत कराएंगे।" अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में शहर में निरंजनपुर से राजीव गांधी चौराहे के बीच 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस पर 59 सार्वजनिक परिवहन बसें चल रही हैं। इस कॉरिडोर में प्रतिदिन करीब 60,000 यात्री सफर करते हैं। यादव ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के साथ-साथ देश भर में विभिन्न सीटों पर होने वाले उपचुनावों में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी। मतगणना 23 नवंबर को होगी।