भोपाल के बागसेवनिया थाना क्षेत्र में छोटे भाई ने बड़े भाई की गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर सांप के डसने की झूठी कहानी रची। हद तो यह है कि पिन से सांप के डसने के निशान भी बना दिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में झूठ का खुलासा हो गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी धर्मवीर ने बताया कि मकान में हिस्सा नहीं देने को लेकर उसका बड़े भाई से विवाद चल रहा था।
पुलिस के अनुसार 4 अगस्त को एम्स भोपाल से पुलिस को सूचना मिली कि मरीज 45 वर्षीय धर्मेन्द्र वाल्मीकि पिता बंशीलाल वाल्मीकि निवासी पिपलिया पेंदे खां को उसका भाई धर्मवीर इलाज के लिए लाया है। जिसने बताया कि सुबह करीब 9 बजे घर में धर्मेंद्र बेहोशी की हालत में मिला था। जिसकी जांच करने पर मृत पाया गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। धर्मवीर ने डॉक्टरों को बताया कि उसे सांप या किसी जहरीली कीड़े ने काट लिया था। धर्मेंन्द्र के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि धर्मेंद्र की मां कस्तूरी बाई ने कुछ समय पूर्व बरखेड़ा पठानी का अपना स्वयं का पुस्तैनी मकान 4.70 लाख रुपए में बेचकर पिपलिया पेंदे खां बागसेवनिया में मकान खरीदा था। जिसमें मृतक व उसकी मां निवास करते थे। आरोपी धर्मवीर को कोई हिस्सा नहीं दिया था। जिससे दोनों भाइयों के बीच मनमुटाव था। धर्मवीर शाहनहांनाबाद में रहता था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के गला दबाने से दम घुटने से मौत होने का कारण सामने आया। वहीं, पुलिस की जांच में मृतक की मां और छोटे भाई धर्मवीर के बयान में भी विरोधाभाष सामने आया। जांच में यह भी सामने आया कि घटना की रात आरोपी और उसका भाई के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति उपस्थित नहीं था। दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर मनमुटाव चल रहा था। इसी बात को लेकर रात में जब धर्मेंद्र सो रहा था तब धमरवीर ने गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।