एकाउंटेंट के घर छापेमारी में हुआ बड़ा खुलासा, निकला करोड़पति
कार्रवाई जारी...
मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाए जाने के तमाम प्रयासों के बावजूद जिस अधिकारी-कर्मचारी को जहां मौका मिल रहा है, वह लूटने में लगा है। नगरीय प्रशासन विभाग के एक कर्मचारी ने अपनी 31 साल की सर्विस में वेतन से करीब 300 फीसदी ज्यादा संपत्ति अर्जित कर ली। इसका खुलासा उनके ही एक रिश्तेदार ने घर का भेदी बनकर आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ में शिकायत कर दी और जांच के बाद मारे गए छापे में हुआ है। अशोक नगर की नगरपालिका के कार्यालय अधीक्षक व भिंड जिले की गोमरी आंतरी डबरा के पूर्व प्रभारी सीएमओ महेश कुमार दीक्षित के यहां आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने बुधवार को छापा मारा। दीक्षित के ग्वालियर स्थित निवास और अन्य ठिकानों पर एकसाथ छापे मारे गए। इसमें उनके वेतन से करीब 300 फीसदी से ज्यादा संपत्ति पाई गई है। बताया जाता है कि दीक्षित की नौकरी 1990 में लगी थी और इसके बाद वे नगरीय प्रशासन में कई स्थानों पर पदस्थ रहे जिसमें भिंड जिले में आंतरी डबरा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी रहे।
नकदी राशि 55000 मिले
छापे की कार्रवाई के दौरान दीक्षित के घर से नकदी राशि करीब 55000 रुपए मिले। साथ ही तीन मंजिला घर में एक कार और एक दोपहिया गाड़ी के दस्तावेज भी जप्त किए गए हैं। नगर पालिका अशोक नगर के इस एकाउंटेंट के तीन बैंक खाते और घर में सोने के काफी मात्रा में जेवरात भी मिले हैं।
इन संपत्तियों के रिकॉर्ड मिले
1. सुरेश नगर ग्वालियर में 315 नंबर का तीन मंजिला मकान
2. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 8 हेक्टेयर कृषि भूमि
3. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 0,67 हेक्टेयर कृषि भूमि। इसे दान में प्राप्त बताया गया लेकिन कोई वैधानिक दस्तावेज नहीं मिले।
4. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 1.56 हेक्टेयर कृषि भूमि।
5. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 1.31 हेक्टेयर कृषि भूमि।
6. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 1.65 हेक्टेयर कृषि भूमि।
7. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 1.37 हेक्टेयर कृषि भूमि।
8. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 0.58 हेक्टेयर कृषि भूमि।
9. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 0.325 हेक्टेयर कृषि भूमि।
10. ग्राम सेंथरी ज़िला भिंड में 0.28 हेक्टेयर कृषि भूमि।