Bhopal: खादी केवल वस्त्र नहीं, हमारा गौरव है: दिलीप जायसवाल
"इसमें 100 प्रतिशत शुद्धता की गारंटी है"
भोपाल: खादी केवल वस्त्र नहीं, यह हमारा गौरव है। यह 100 प्रतिशत शुद्ध है। इसे अपनाएं। चाहे खादी के कपड़े हो या रेशम के कपड़े सभी ईको फ्रेंडली है और पूरे मानव निर्मित है। इसमें 100 प्रतिशत शुद्धता की गारंटी है। कोई कैमिकल का उपयोग नहीं किया जाता। यहीं हमारी विशेषता है।
यह बात प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने शुक्रवार देर शाम भोपाल हाट में आयोजित खादी उत्सव-2024 में कही। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग अंतर्गत आने वाले मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा खादी तथा ग्रामोद्योग के क्षेत्र में ग्रामीण अंचलों में कार्यरत कत्तिन बुनकरों एवं अन्य कारीगरों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भोपाल हाट में खादी उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह 8 अक्टूबर तक चलेगा।
कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल ने भोपाल हाट में शुक्रवार शाम को दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का औपचारिक शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यमंत्री जायसवाल ने मेले का भ्रमण किया। साथ ही मेले में दुकान लगाने वाले व्यापारियों और ग्राहकों से संवाद किया। मेले में आए लोगों से खादी के वस्त्र व उससे बने उत्पाद खरीदने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह स्वदेशी है। इसे अपनाएं।
राज्यमंत्री जायसवाल ने बनाए दिये
खादी उत्सव मेले में भोपाल निवासी लखन प्रजापति द्वारा मिट्टी के बर्तन सहित अन्य सामान बनाए जा रहे थे। मेला भ्रमण के दौरान मंत्री जायसवाल लखन प्रजापति के पास पहुंचे और उन्होंने मिट्टी से बर्तन, दिए सहित अन्य सामग्री बनाने की विधि को देखा। इस दौरान मंत्री खुद को नहीं रोक पाए और उन्होंने अपने हाथ से मिट्टी का एक भी दिया बनाया। इस दौरान उन्होंने धागा व कपडे़ बनाने की विधि भी देखी।
नौ राज्यों के लगे हैं 86 स्टॉल
खादी उत्सव मेले में 9 राज्यों के 86 स्टॉल लगे हैं। इसमें अकेले मप्र के 26 स्टॉल है। इसके अलावा राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली उत्तराखंड, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश की खादी ग्रामोद्योग एवं हैंडीक्राफ्ट की इकाईयां शामिल है।
मेले में प्रदेश एवं अन्य राज्यों की मलबरी सिल्क एवं मसलिन खादी की साड़ियां, कपड़ा, शाल, सूट सहित समस्त प्रकार के खादी वस्त्र के रेडीमेड गारमेंट्स, लेडीज कुर्ते एवं ग्रामोद्योग में माटीकला की सामग्री जूट, बैतबांस, लकड़ी के फर्नीचर, चमड़े के बैग, बेल्ट, पर्स, अगरबत्ती, शैंपू, सेनेटाइजर, शुद्ध एवं प्राकृतिक मसाले, शहद, अचार, पापड़, आटा, बेसन दलिया सहित विभिन्न सामग्रियों के स्टॉल लगाएं गए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में ग्राहक पहुंचकर खरीददारी कर रहे हैं।
कबीरा खादी वस्त्रों पर विशेष छूट
खादी उत्सव में मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा समस्त प्रकार के कबीरा खादी वस्त्रों पर ग्राहकों को विशेष छूट का लाभ दिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदर्शनी में धागा बनाने व कपड़े की बुनाई का लगा स्टाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
प्रतिदिन हो रहा सांस्कृति कार्यक्रम
भोपाल हाट में आयोजित खादी उत्सव में कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रत्येक दिन आयोजन किया जा रहा है। इसमें देशभक्ति गीत, सूफी गायन, लोक नृत्य एवं गायन प्रस्तुति, गज़ल, यादों की बारात, फैशन शो एवं पपेट शो, पुराने गीतों का पिटारा, गांधीजी भजन संध्या, किशोर कुमार नाइट, गज़ल, राधा कृष्णा लीला एवं गायन प्रस्तुति शामिल है। इस दौरान प्रबंध संचालक माल सिंह भयडिया, उपसंचालक बीएस चिढार, प्रभारी उपसंचालक नीरज उइके, प्रांजलि कटारिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।