शहडोल जिले के बाद अब सिंगरौली जिले से सिस्टम को शर्मशार करने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां पर एक महिला का शव उनके परिजन खाट पर ले जाते दिखे हैं। महिला की सांप काटने से मौत हो गई थी जिसे पोस्टमार्टम के लिए ले जाना था लेकिन एंबुलेंस घर तक नही पहुंची। इसलिए परिजन खाट पर उसे लेकर जा रहे थे। हालांकि बताया जा रहा है की गांव का रास्ता खराब होने के चलते एंबुलेंस वहां तक नही पहुंच पाई थी। इसलिए परिजन उसे एंबुलेंस तक खाट में लेकर आ रहे थे।
दरअसल सिंगरौली जिले के गेरहा ग्राम पंचायत के गेरहा गांव की 26 वर्षीय जागमती बैगा को रविवार की रात सांप ने काट लिया था लेकिन उसे पता ही नही चला की उन्हें सर्प ने काटा है। जिस दौरान यह घटना हुई उस समय उसका पति कुछ सामान लेने गया था। जब उसका पति घर आया तो महिला ने बताया की उसके पांव में कुछ चुभ रहा है। जिसके बाद उसके पति ने डॉक्टर को दिखाने की बात कही तो महिला ने कहा की जब ज्यादा दर्द होगा तो दवा ले लेंगे। लेकिन उसके पहले ही महिला की रात में मौत हो गई।
बताया जा रहा है की जागमती बैगा की सर्प काटने से मौत हो जाने के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए एंबुलेंस के लिए कई बार फोन किया लेकिन वो नहीं पहुंची। जिसके बाद परिजन शव को खाट में लेकर पैदल ही अपने साथ लेकर चल दिए।
करीब 1 किलोमीटर जब वो पैदल चल दिए तब रास्ते में उन्हें एंबुलेंस मिली। बताया जा रहा है की गांव में सड़क न होने के चलते घर तक एंबुलेंस नही पहुंच पाई। जिसके बाद परिजन खाट में शव रखकर पैदल चल दिए थे। परिजनों का खाट में शव को ले जाने का वीडियो भी सामने आया है जिसने विकास की पोल खोल कर रख दी है।
परिजनों ने शव का पीएम कराने के लिए सरकारी एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन वह नहीं पहुंची। परिजन मजबूरी में शव को चारपाई पर रखकर जाते दिखे। सोमवार की सुबह परिजनों ने इसकी जानकारी जिले के पुलिस महकमे को भी दी थी। मौके पर पुलिस विभाग की टीम पहुंची और जांच पड़ताल कर वापस चली गई। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने के लिए एंबुलेंस को फोन से बुलाया लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई।
थक हार कर परिजनों ने खटिया पर शव रखा और पोस्टमार्टम के लिए चल दिए। बताया जा रहा है कि गांव से पोस्टमार्टम घर करीब 10 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर है। गांव की सड़क भी काफी खराब है जिससे वाहनों को भी आने जाने में काफी परेशानी होती है।
हालांकि इस मामले की तस्वीरें सामने आने के बाद पुलिस ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है की। मृतका के घर से लगभग 500 मीटर दूरी तक सड़क मार्ग ना होने के कारण स्थानीय प्रचलित तरीके से मृतिका के शव को खाट पर रखकर सड़क मार्ग तक लाया गया।
जहां से एंबुलेंस से शव को पीएम हेतु जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। बाद में पीएम के बाद शव को पुनः मृतका के घर के पहले तक बनी सड़क तक तहसीलदार सिंगरौली की उपस्थिति में पहुंचाया गया।
जहां से मृतका के परिजनों द्वारा शव को पुनः सड़क मार्ग के अभाव में खाट पर रखकर ही अपने घर ले जाया गया। पुलिस का कहना है की घटना के संबंध में सोशल मीडिया में कुछ लोगों द्वारा भ्रामक जानकारी प्रसारित कर शव वाहन की उपलब्धता ना होने के संबंध में समाचार प्रसारित किए गए हैं जो असत्य, निराधार एवं आपत्तिजनक है।