भोपाल न्यूज़: मीठी और गाढ़ी दही हानिकारक तत्वों की मिलावट की जा रही है. राजधानी में लिए गए कुछ दुकानों के सैंपल में मिलावट पायी गयी है. फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, दही में वनस्पति तेल की मिलावट के नमूने मिले हैं. हाइड्रोजेनेटेड ऑयल जो बहुत ज्यादा ट्रांस फैटी एसिड होता है उसे दही को गाढ़ा करने के लिए मिलाया जा रहा हैं. मिलावट से मर जाते हैं बैक्टीरियां ओरिजनल दही में प्रोबायोटिक्स होता है. यानी इसमें सूक्ष्मजीव होते हैं. जो डायजेशन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. यह शारीरिक कामकाज में मदद करते हैं. ये बैक्टीरिया बीमारियों से बचाते हैं और पेट को चकाचक रखते हैं. इसीलिए दही को प्रोबायोटिक फूड भी कहते हैं. जिसे खाकर हेल्दी बैक्टीरिया को पा सकते हैं. लेकिन खतरनाक रसायनों और तेल की मिलावट से यह बैक्टीरिया मर जाते हैं. यह नुकसान मेडिसिन चिकित्सक वैभव कुलश्रेष्ठ के अनुसारट्रांस फैटी एसिड सबसे गंदी वसा है. यह गंदा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है. ट्रांस फैट से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इससे नसें सिकुड़ जाती हैं.