शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में एक मौत की जानकारी दी गई है। बीते चार दिनों में तीन लोग कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। शुक्रवार को 90 नए मरीजों की पहचान हुई है। राहत की बात ये है कि 116 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं।
इंदौर में लोगों की लापरवाही एक बार फिर कोरोना बढ़ा रही है। मरीजों के साथ-साथ मौत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में एक मौत की जानकारी दी गई है। बीते चार दिनों में तीन लोग कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। शुक्रवार को 90 नए मरीजों की पहचान हुई है। राहत की बात ये है कि 116 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं।
इंदौर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 29 जुलाई की रात को जारी बुलेटिन में बताया गया है कि 754 लोगों के सैंपल जांचे गए थे, जिसमें से 658 लोगों की जांच निगेटिव आई है। 90 लोग संक्रमित पाए गए हैं। दो सैंपल खारिज हो गए हैं। वहीं एक मरीज की मौत हो गई है। कुल एक्टिव मरीज की संख्या 685 हो गई है। 29 जुलाई को 116 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं। इंदौर में अब तक 211073 मरीज कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 1,467 मरीजों ने कोरोना के चलते अपनी जान गंवाई है।
चार दिनों में तीन मौत
लगातार बढ़ते मौत के आंकड़े अब चिंता बढ़ाने लगे हैं। कोरोना से बीते चार दिनों में तीन लोगों ने कोरोना से दम तोड़ दिया है। 26 जुलाई को 27 वर्षीय महिला की मौत हुई थी जिसे किडनी की बीमारी थी। उसने वैक्सीन नहीं लगाई थी। उसके बाद 28 जुलाई को एक महिला ने दम तोड़ा था। अब 29 जुलाई को एक और मौत हो गई है। सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि 77 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत हुई है। उनकी मल्टी ऑर्गन्स फेल्युअर थे तथा वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके थे। वे करीब एक हफ्ते से अस्पताल में एडमिट थे।
इंदौर में महामारी का पहला मामला 24 मार्च 2020 को मिला था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों को भी सावधानी बरतनी होगी। डॉ. सेत्या ने बताया कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज के कैंप लगाए जा रहे हैं। जिन लोगों के दूसरे डोज की अवधि छह माह की हो गई है, वे जरूर लगवाएं।