बिहार | बाढ़ बिजली घर की चौथी (स्टेज एक की दूसरी) इकाई से बिजली उत्पादन शुरू हो गया. 660 मेगावाट की इस इकाई से उत्पादन शुरू होते ही बिहार को तय कोटा 60 फीसदी के हिसाब से की रात से 396 मेगावाट बिजली मिलने लगी. साथ ही अब बिहार को केंद्रीय सेक्टर से 6891 मेगावाट के बदले 7287 मेगावाट बिजली मिल रही है. राज्य में बिजली की दैनिक औसत खपत 7000-7200 मेगावाट है. बाढ़ बिजली घर के शुरू होते ही अब राज्य को बाजार से बिजली लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. एनटीपीसी बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के स्टेज-1 में तीन यूनिट है. दूसरी इकाई के चालू होने पर अब एक और यूनिट शेष रह गई है. बाढ़ की चौथी इकाई से 60 प्रतिशत बिहार के अलावा बाकी बची बिजली झारखंड, ओडिशा और सिक्किम को दी जा रही है. बाढ़ स्टेज-1 की पहली इकाई से वाणिज्यिक उत्पादन का लोकार्पण नवंबर 2021 में हुआ था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केन्द्रीय विद्युत,नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने उस यूनिट का विधिवत लोकार्पण किया था. उस यूनिट से बिहार को 396 मेगावाट बिजली मिल रही है. लगभग 21 हजार करोड़ से भी अधिक की लागत से बनने वाले बाढ़ संयंत्र की कुल वाणिज्यिक उत्पादन क्षमता 1980 मेगावाट से बढ़कर अब 2640 मेगावाट हो गई है. पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में अवस्थित इस बिजली घर में 660 मेगावाट की चार इकाई चालू हो गई. बिहार को 1922 मेगावाट बिजली मिलने लगी है. एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने कहा कि बाढ़ बिजली घर पर्यावरण अनुकूल सुपर क्रिटिकल प्रौद्योगिकी आधारित इकाई है. गत 30 जून को इसका सफल ट्रायल ऑपरेशन (टीओ) हुआ था. बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट में स्टेज दो में 660 मेगावाट की दो इकाइयां ( यूनिट 4 और 5) क्रमश 15 नवंबर, 2014 और 18 फरवरी, 2016 से बिजली उत्पादन हो रहा है.
एनटीपीसी बिहार को 90 फीसदी से अधिक बिजली की करता है आपूर्ति
एनटीपीसी बिहार को औसत दैनिक बिजली मांग में 90 फीसदी से भी अधिक बिजली की आपूर्ति करता है. एनटीपीसी की देश में कुल स्थापित क्षमता 73,024 मेगावाट हो गई है. इसमें 43 अक्षय और जल विद्युत परियोजनाओं सहित 89 विद्युत स्टेशन शामिल हैं.
राज्य में एनटीपीसी का 80 हजार करोड़ का निवेश
एनटीपीसी के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पूर्व-1) डीएसजीएसएस बाबजी ने कहा कि टीम बाढ़ ने जिस लगन और दृढ़ता के साथ इस यूनिट के इंजीनियरिंग चुनौतियों का सामना कर इसे सफलतापूर्वक कमिशनिंग किया, वह निश्चित तौर पर भविष्य में उत्कृष्ट परियोजना-प्रबंधन के मिशाल के तौर पर एक मार्गदर्शक का काम करेगा. वर्तमान में एनटीपीसी का बिहार में लगभग 80 हज़ार करोड़ का निवेश है. बाढ़ बिजली घर के कार्यकारी निदेशक असित दत्ता ने कहा कि स्टेज-एक की तीसरी और अंतिम इकाई का काम प्रगति पर है और इसके अगले साल तक पूरा होने की संभावना है.