भोपाल: संतहिरदाराम नगर में डेंगू से अब तक चार मरीज दम तोड़ चुके हैं. देर रात डेंगू से 16 साल के युवक की मौत हो गई. बता दें, चार दिन पहले युवक के बड़े भाई की मौत भी डेंगू से हो चुकी है. वहीं डेंगू से मरने वालों का आंकड़ा शहर में 12 हो चुका है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की नजर में बैरागढ़ में एक भी डेंगू का मरीज नहीं है. साथ ही शहर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर अब 645 हो गई है. संतहिरदारामनगर में रहने वाले 17 साल के तरुण राजपूत ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. चार दिन पहले तरुण के बडे भाई राजीव राजपूत की मौत भी डेंगू से हो गई थी. संतहिरदाराम नगर के ही प्रदीप मोतियानी व संजय गिरी की मौत भी डेंगू से हुई थी. खास बात यह है की बैरागढ़ में डेंगू की एलाइजा जांच करने वाली मशीन दो साल से खराब है. यही कारण है कि यहां अब तक डेंगू का एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं है.
दो साल पहले खराब हो गई जांच मशीन:
मलेरिया विभाग की मशीन को बैरागढ़ शिफ्ट किया गया था. दो साल पहले यह मशीन खराब हो गई. तब से सुधारी नहीं गई. साथ ही शहर में गांधी मेडिकल कॉलेज, एम्स, बीएमएचआरसी और मलेरिया कार्यालय में डेंगू एलाइजा जांच केन्द्र हैं.
जब तक एलाइज जांच नहीं होती तब तक डेंगू मान्य नहीं होता. यह भी सही है कि निजी अस्पतालों को चाहिए कि वह हर संदिग्ध मरीज का एलाइजा टेस्ट कराएं, यदि खुद नहीं कर सकते तो मरीज जेपी या हमीदिया भेज दें, वहां फ्री जांच की सुविधा उपलब्ध है.
डॉ. प्रभाकर तिवारी, सीएमएचओ