सुर्खियों में रहने की आदत है खान सर को, यू-ट्यूब छोड़ने की बात भी कर चुके है

Update: 2022-01-28 10:04 GMT
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अपने ठेठ देसी अंदाज और टॉपिक को आसान बनाकर पढ़ाने को लेकर पहचान बना चुके खान सर (Khan Sir) एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन पर RRB-NTPC की परीक्षा के अभ्यर्थियों को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाने का आरोप लगा है। उन पर केस भी दर्ज किया गया है, हालांकि उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है और शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर छात्रों से अपील भी की। इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि छात्र किसी भी तरह के प्रोटेस्ट में शामिल न हों। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पहली दफा नहीं है जब खान सर इस तरह विवादों में फंसे हो, इससे पहले भी उनके बयान पर जमकर बवाल हो चुका है।

बात 24 अप्रैल 2021 की है। खान सर ने फ्रांस-पाकिस्तान के संबंधों पर एक वीडियो डाला था। इसमें एक जगह वो बताते हैं कि पाकिस्तान (Pakistan) में फ्रांस (France) के राजदूत को देश से वापस भेजने के लिए जमकर विरोध-प्रदर्शन चल रहे हैं और इन विरोध प्रदर्शनों में बच्चे भी हिस्सा ले रहे हैं। यहां पर विरोध-प्रदर्शन करते बच्चे की तस्वीर को पॉइंट करके खान सर जो बोलते हैं उस पर बवाल मच गया था।

विरोध-प्रदर्शन की तस्वीर को पॉइंट करते हुए खान सर कहते हैं.. 'ई रैली में ये बेचारा बचवा है। इसको क्या पता कि राजदूत क्या चीज होता है। कोई पता नहीं है लेकिन फ्रांस को राजदूत को बाहर ले जाएंगे। इनको कुछ पता नहीं है। बाबू लोग, तुम लोग पढ़ लो। अब्बा के कहने पर मत आओ। अब्बा तो पंचर साट ही रहे हैं माने बना ही रहे हैं। ऐसा ही तुम लोग भी करेगा तो बड़ा होकर तुम लोग भी पंचर साटेगा। तो पंचर मत साटो वरना तुमको तो पता ही है कि कुछ नहीं होगा तो चौराहा पर बैठकर मीट काटेगा तुम। बकलोल कहीं के। बताइए, ये उमर है बच्चों को यहां पर लाने का? लेकिन क्या ही कीजिएगा? 18-19 पैदा होंगे तो किस काम में आएंगे? कोई बर्तन धोएगा, कोई बकरी काटेगा, कोई पंचर बनाएगा..' इस बयान के बाद खान सर का खूब विरोध हुआ और विवाद उनके असली नाम तक पहुंच गया। उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी थी।

इस टिप्पणी के बाद जब उनके असली नाम को लेकर विवाद बढ़ा तो खान सर ने मई 2021 में एक और वीडियो जारी किया। अपने इस वीडियो की शुरूआत खान सर मजाकिया लिहाज से करते हैं और अपने बारे में बताते हैं कि वो पटना (Patna) में रहने के दौरान, होली, दीपावली, रक्षाबंधन, ईद आदि सभी धर्मों के त्यौहार मिल-जुलकर मनाते थे, लेकिन कुछ लोगों ने उनके वीडियोज के छोटे से हिस्से को काटकर उन्हें अपना यूट्यूब चैनल चलाने के लिए यूज किया, जिससे ये कंट्रोवर्सी उत्पन्न हुई। खान सर आगे कहते हैं कि मेरे नाम को लेकर कहा जा रहा है कि ये अमित सिंह हैं या खान सर'? नाम बताने में कोई बड़ी बात नहीं है, हम कोई आतंकवादी थोड़े नहीं है। रही बात नाम की तो एक दिन ये नाम KBC में पूछेगा कि बताओ रियल नेम ऑफ खान सर? फैजल खान, अमित सिंह या मन्नान खान?... हमसे जब कोई जोर जबरदस्ती करता है तो हम कह देते हैं कि भाई जो तुमको ठीक लगे समझ लेना।

यू-ट्यूब छोड़ने की बात कही थी

अपने इस वीडियो के लास्ट में खान सर भावुक हो गए और कहते हैं, 'हम चाहते हैं कि हर इंसान हिंदुस्तानी के नाते जाना जाए. लेकिन क्या कहें भारत मां...आज ये लोग हमको हिंदू-मुस्लिम बना दिए आप इनको सद्बुद्धि दीजिए.. हम सब आपकी संतान हैं, हिंदुस्तानी बनकर रहे.. आज हमको भी लग रहा है कि जल्द ही हमको भी यूट्यूब से अलविदा कह देना चाहिए क्योंकि इस दिन के लिए हम यूट्यूब पर नहीं आए थे। हम एक नॉर्मल टीचर थे.. आप लोग क्या क्या कहते हैं कि हमें यूट्यूब छोड़ देना चाहिए या रहना चाहिए कमेंट बॉक्स में बताएं।' उनका यह वीडियो सोशल मीडिया के अलावा यूट्यूब पर भी जमकर वायरल हुआ। उस वक्त 24 घंटे से कम समय में करीब 38 लाख व्यूज और ढाई लाख से अधिक लोगों ने कमेंट किए। वहीं 12 हजार लोग वीडियो को डिस्लाइक भी किया था।

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