वायनाड Wayanad: वायनाड भूस्खलन के बाद से ही लोगों की जान बचाने के लिए लगातार बचाव अभियान चल रहा है। बचाव अभियान के सातवें दिन बचाव दल को दो शव मिले हैं। इस भूस्खलन से मरने वालों की संख्या अब 380 से अधिक हो गई है। घटना के बाद से 180 लोगों का कोई सुराग नहीं मिला है, जिनकी तलाश जारी है।
जानकारी के मुताबिक बचाव दल को 4 अगस्त को ही दो शव मिल चुके हैं। वहीं, केरल सरकार ने भी शवों की पहचान के लिए कई कदम उठाए हैं। केरल सरकार ने लापता लोगों की पहचान के लिए डीएनए जांच के लिए जीवित बचे लोगों और रिश्तेदारों के रक्त के नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने जहां डीएनए जांच के लिए रक्त के नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है, वहीं विभाग ने लापता लोगों की पहचान के लिए राशन कार्ड, आधार कार्ड और लिंक किए गए फोन नंबरों का विवरण एकत्र करना शुरू कर दिया है। Civil Supplies
राहत शिविरों में रह रहे 2500 लोग
केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले में 599 बच्चों और छह गर्भवती महिलाओं सहित 2,500 से अधिक लोगों ने विभिन्न राहत शिविरों में शरण ली है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक वायनाड जिले के मेप्पाडी और अन्य ग्राम पंचायतों में भूस्खलन प्रभावित लोगों के लिए कुल 16 राहत शिविर बनाए गए हैं. आंकड़ों के मुताबिक इन राहत शिविरों में 723 परिवारों के 2,514 लोगों ने शरण ली है, जिनमें 943 पुरुष, 972 महिलाएं और 599 बच्चे शामिल हैं. राहत शिविरों में छह गर्भवती महिलाएं भी रह रही हैं. रविवार शाम तक के आंकड़ों के मुताबिक भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मलबे से अब तक 221 शव और 166 मानव अंग बरामद किए गए हैं. इसके अलावा अधिकारी कुछ लोगों से फोन पर संपर्क करने में सफल रहे हैं, जिसके बाद लापता लोगों की संख्या 206 से घटकर 180 हो गई है.