Wayanad वायनाड: केरल के वायनाड में मूसलाधार बारिश के कारण हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन के एक दिन बाद, बुधवार को रिपब्लिक के सूत्रों के अनुसार, मरने वालों की संख्या 170 को पार कर गई। इस बीच, वायनाड में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद लगभग 130 लोग घायल हो गए और 200 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।एनडीआरएफ और सेना सहित कई एजेंसियों को बचाव और तलाशी अभियान चलाने के लिए लगाया गया है। बता दें कि मंगलवार को चार घंटे के भीतर वायनाड में तीन भूस्खलन हुए। वायनाड जिले के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा भूस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। कई लोगों के चालियार नदी में बह जाने की आशंका है।केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और पूरा इलाका तबाह हो गया। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा कि अग्निशमन और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर हैं, और एनडीआरएफ की और टीमें सहायता के लिए पहुंच रही हैं।इससे पहले मंगलवार को केरल राजकीय शोक घोषित किया था। सीएम विजयन ने कहा कि राज्य सरकार इस दुखद घटना से बहुत दुखी है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और घरों और अन्य संपत्तियों का व्यापक विनाश हुआ। मुख्य सचिव वी वेणु द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में 30 और 31 जुलाई को आधिकारिक शोक घोषित किया गया। प्रोटोकॉल के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सार्वजनिक समारोह और उत्सव रद्द रहेंगे। सरकार ने दो दिन का
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