केरल न्यूज: दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का शव वाहन बुधवार को राज्य की राजधानी में उनके घर से निकला और 28 घंटे के बाद 140 किलोमीटर की दूरी तय कर उनके गृह जिले कोट्टायम पहुंचा। इस दौरान एमसी रोड पर लाखों लोग अपनेे प्रिय नेता की आखिरी झलक पाने को धूप और बारिश के बीच खड़े रहे। शव वाहन कछुए की गति से ही चल सका, क्योंकि युवा, बूढ़े और सभी उम्र की महिलाएं रात भर ओसी के नाम से मशहूर अपने प्रिय नेता की आखिरी झलक पाने के लिए इंतजार कर रही थीं। इस दौरान लोग रोते हुए भी देखे गए।
सबसे अविस्मरणीय दृश्य गुरुवार तड़के देखने को मिला जब शव वाहन चंगनाचेरी पहुंच रहा था, एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति और उसका छोटा बेटा शव वाहन के साथ-साथ यह गुहार लगाते हुए चल रहे थे कि उन्हें दिवंगत नेता को करीब से देखने का एक मौका दिया जाए। काफी मिन्नतों के बाद शव वाहन रुका और चांडी को देखने के लिए दोनों को वाहन में प्रवेश की अनुमति दी गई। उनके गृह जिले में पहला गंतव्य थिरुनाकारा ग्राउंड था, जहां चांडी ने कई राजनीतिक भाषण दिए, और जब शव को शव वाहन से निकालकर मंच पर ले लाया गया, तो वहां इंतजार कर रहे हजारों लोग फूट-फूट कर रोने लगे।
अपने प्रिय नेेेता की आखिरी झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे, इनमें मंत्री, राजनीतिक दल के नेता, सुपरस्टार ममूटी, मोहनलाल, सुरेश गोपी, सेवानिवृत्त शीर्ष नौकरशाह शामिल थे। अगला पड़ाव पुथुपल्ली में उनका पैतृक निवास रहा और फिर उनके घर के बगल में सेंट जॉर्ज ऑर्थोडॉक्स चर्च।
आम आदमी की तरह अंतिम संस्कार की जताई थी इच्छा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि चांडी ने अपने निधन से पूर्व अपने परिवार के सामने इच्छा जताई थी कि उन्हें मृत्यु के बाद आम आदमी की तरह दफनाया जाए. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उन्होंने अपने लिए आम आदमी की तरह अंतिम संस्कार की इच्छा जताई थी. उनका परिवार उस इच्छा को पूरा कर रहा है.’’
सरकार के एक सूत्र ने बताया कि चांडी के परिवार ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इच्छा प्रकट की कि उन्हें बिना राजकीय सम्मान के, आम आदमी की तरह दफनाया जाए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) सचिव एवं विधायक पी. सी. विष्णुनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने दिवंगत नेता के परिवार का अनुरोध स्वीकार कर लिया है.